तातापानी..(कृष्णमोहन कुमार)..जिले के तातापानी महोत्सव 2023 की तैयारियां तेज हो गई है. और आज सरगुजा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष व रामानुजगंज विधायक बृहस्पत सिंह, सरगुजा रेंज आईजी रामगोपाल गर्ग तातापानी पहुँचे. इस दौरान कलेक्टर विजय दयाराम के., एसपी मोहित गर्ग, जिला पंचायत सीईओ रेना जमील सहित जिले के अधिकारी मौजूद रहे. विधायक बृहस्पत सिह ने मेला स्थल का भ्रमण करते हुए कहा कि तातापानी महोत्सव में मुख्य अतिथि के तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल होंगे. और तीन दिवसीय इस महोत्सव में प्रदेश के अन्य मंत्री भी सम्मिलित होंगे. इस अवसर पर मुख्यमंत्री जिलेवासियों को एक साथ कई विकास कार्यो की सौगात देंगे.
दरअसल तातापानी महोत्सव 2023 दो वर्षो के अंतराल के बाद आयोजित किया जा रहा है. दो वर्षों तक लगातार वैश्विक महामारी के चलते तातापानी महोत्सव का आयोजन नही किया गया था. वही इस वर्ष तातापानी महोत्सव 2023 की तैयारियां जिला प्रशासन के द्वारा वृहद पैमाने पर की जा रही है. इसके साथ ही तातापानी महोत्सव की सांस्कृतिक संध्या में रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुति देने मेहमान कलाकर भी तातापानी में आमंत्रित किये गये है.
कलेक्टर विजय दयाराम के., के मुताबिक तातापानी महोत्सव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगभग 7 सौ करोड़ के विभिन्न विकास कार्यो का लोकार्पण व शिलान्यास करेंगे. इसके साथ ही मुख्यमंत्री 501 जोड़ो के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे. तीन दिवसीय तातापानी महोत्सव में अलग दिनों में प्रदेश के कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, महिला बाल विकास मंत्री अनिला भेड़िया, स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिह टेकाम, संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत सहित जिले के प्रभारी व नगरीय प्रशासन मंत्री डॉक्टर शिव डहरिया सम्मिलित होंगे. इसके अलावा जिले के विकास पर आधारित विभिन्न विभागों द्वारा स्टालों के माध्यम से प्रदर्शनी लगायी जा रही है.
बता दें कि बलरामपुर जिला मुख्यालय से लगभग 12 किलोमीटर दूर स्थित तातापानी प्राकृतिक रूप से निकलते गरम पानी के लिए प्रदेशभर में प्रसिद्ध है. यहां के कुण्डों व झरनों में धरातल से बारह माह गरम पानी प्रवाह करता रहता है. यहां ऐसी मान्यता है कि भगवान श्री राम ने खेल खेल में सीता जी की ओर पत्थर फेका जो की सीता मां के हाथ में रखे गरम तेल के कटोरे से जा टकराया. गरम तेल छलक कर धरती पर गिरा और जहां जहां तेल की बूंदें पडी वहां से गरम पानी धरती से फूटकर निकलने लगा. स्थानीय लोग यहां की धरती को पवित्र मानते हैं एवं कहा जाता है कि यहां गरम पानी से स्नान करने से सभी चर्म रोग खत्म हो जाते हैं.