अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के दिशानिर्देश में शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय में वित्तीय साक्षरता पर तीन दिवसीय कार्यशाला आयोजित किया गया। पं रविशंकर शुक्ल महाविद्यालय रायपुर एवं भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान भिलाई के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यशाला में वित्तीय प्रबंधन पर व्याख्यान हुआ।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीतापुर नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर ने अपने उद्बोधन में कहा कि जीवन में वित्तीय प्रबंधन बहुत महत्वपूर्ण है। इस प्रबंधन के तहत कम आमदनी में भी बजट बनाकर जीवन को बेहतर और सुविधा संपन्न बनाया जा सकता है। विशिष्ट अतिथि डॉ टी के सिंह ने कहा कि जीवन मे बचत का होना अनिवार्य है। इसके लिए हमे जरूरत एवं प्राथमिकता के अनुसार साधनों का क्रय करना चाहिए। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे प्राचार्य डॉ एस के टोप्पो ने कहा कि विद्यार्थियों को छात्र जीवन से ही वित्तीय प्रबंधन को लेकर सजग रहना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यशाला से ग्रामीण क्षेत्र के विद्यार्थियों को वित्तीय प्रबंधन की बारीकियों को जानने का अवसर प्राप्त होता है।
कार्यशाला के दौरान वर्तमान समय मे वित्तीय साक्षरता की आवश्यकता महत्व एवं उपयोगिता शीर्षक पर शासकीय महाविद्यालय बतौली के गोवर्धन सूर्यवंशी ने व्याख्यान दिया। निवेश के प्रकार एवं महत्व शीर्षक पर शासकीय महाविद्यालय बतौली के बलराम चंद्राकर ने प्रकाश डालते हुए व्याख्यान दिया। इस कड़ी में दुर्गा प्रसाद शर्मा ने वित्त एवं लेन देन शीर्षक पर विस्तार से बताते हुए अपना व्याख्यान दिया। कार्यशाला के सह संयोजक डॉ प्रवीण साहू ने बताया कि इस तीन दिवसीय कार्यशाला में वित्तीय साक्षरता पर प्रति दिन चार व्याख्यान आयोजित किया जायेगा।
इस कार्यक्रम का उद्देश्य जनजातीय बहुल क्षेत्र के विद्यार्थियों में वित्तीय साक्षरता का प्रतिशत बढ़ाना है। इस कार्यशाला का संचालन डॉ प्रवीण साहू एवं आभार प्रदर्शन डॉ सी टोप्पो ने किया। इस दौरान महाविद्यालयीन छात्र छात्राएं उपस्थित थे।