अम्बिकापुर। कोरोना संक्रमण से बचाव को दृष्टिगत रखते हुए इस वर्ष भी नवरात्रि में मंदिरों में देवी दर्शन एवं ज्योति दर्शन बाहर से और ऑनलाइन होगी। भक्तों को गर्भ गृह में जाने की इजाजत नहीं होगी। मंदिरों एवं पंडालों में भंडारा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन नहीं होगा।
यह निर्णय रविवार को कलेक्टर संजीव कुमार झा की अध्यक्षता में आयोजित शांति समिति की बैठक में एकमत से ली गई। बैठक में ईद-मिलाद-उन्नवी त्यौहार शांति पूर्वक एवं कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए मनाने का निर्णय लिया गया।
कलेक्टर संजीव कुमार झा ने कहा कि वर्तमान में जिले में कोविड का संक्रमण थमा है लेकिन समाप्त नही हुआ है। इसे देखते हुए नवरात्रि, दशहरा और मिलाद-उन्ननवी का त्यौहार में सभी धर्मावलंबियों, जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकां के सुझाव के अनुसार प्रशासन सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस बार थोड़ी ढील रहेगी लेकिन नियंत्रण भी जरूरी है।
उन्होंने कहा कि मंदिरों और पंडालों में में सैनिटाइजर और मास्क का उपयोग जरूरी रखें। मंदिर एवं पण्डाल में एक पात्र में सिन्दूर रहेगा उससे टीका श्रद्धालु स्वयं लगाएंगे। रक्षासूत्र पुजारी के द्वारा बंधवा सकते हैं। प्रसाद दोना या पैकेट में वितरण कर सकेंगे। कलेक्टर ने कहा कि यदि किसी स्थान पर कोविड केस मिलते है और कंटेन्मेंट जोन बनाने की स्थिति आती है तो उस क्षेत्र में कार्यक्रम को सीमित करना होगा।
पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम काम्बले ने कहा कि सभी मंदिर एवं पंडाल समितियो सुरक्षा व्यवस्था के संबंध में अपनी जरूरतें बतायेगे उसकी अनुसार माइक्रो प्लानिंग कर व्यवस्था दुरुस्त किया जयेगा। उन्होंने सडीएम, नगर निगम आयुक्त एवं सभी समिति के सदस्यों की एक बैठक आयोजित करने कहा ।
डीजे बजाने पर होगी कार्यवाही – बैठक में शहर में तेज आवाज से डीजे बजाने को गंभीरता से लिया गया तथा इस पर सख्त कार्यवाही के लिए अब सीधे जब्ती की कार्यवाही करने करने एसडीएम को निर्देशित किया गया। इसी प्रकार मोटरसाईकल में तेज आवाज वाले साइलेंसर पर भी कार्यवाही की जाएगी।