Surguja: स्वच्छता के प्रति जागरूकता, कला के माध्यम से बच्चों ने दिखाया रास्ता

अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..कृषि विज्ञान केंद्र मैनपाट द्वारा चलाए जा रहे ‘स्वच्छता ही सेवा’ अभियान के तहत, स्कूली छात्रों को स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक करने के लिए ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का आयोजन सीतापुर के विजय आश्रम प्राथमिक शाला, बनेया में किया गया, जहां बच्चों ने अपनी कलात्मकता से स्वच्छता का संदेश दिया।

Random Image

यह जागरूकता अभियान 14 सितंबर से 2 अक्टूबर तक कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. संदीप शर्मा के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है। अभियान का उद्देश्य बच्चों और समाज को स्वच्छता के प्रति जिम्मेदार बनाने के साथ-साथ, स्वस्थ और सुंदर समाज की नींव रखना है।

कार्यक्रम के दौरान 180 छात्रों ने ड्राइंग और पेंटिंग प्रतियोगिता में भाग लिया। बच्चों ने अपनी कलाकृतियों के माध्यम से यह संदेश दिया कि स्वच्छता सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज की बेहतरी के लिए जरूरी है।

कार्यक्रम के दौरान, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक प्रदीप कुमार लकड़ा ने बच्चों को संबोधित करते हुए कहा, “स्वच्छता तन और मन दोनों के लिए आवश्यक है। हमें अपने आसपास के वातावरण को साफ और सुंदर बनाए रखना चाहिए।” उन्होंने जोर देकर कहा कि स्वच्छता ही सेवा का संदेश सभी तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है, ताकि एक स्वस्थ और स्वच्छ समाज का निर्माण हो सके।

विद्यालय की शाला प्रमुख हेलेन लकड़ा ने बच्चों से स्वच्छता के महत्व पर चर्चा की और कहा, “स्वच्छता हमारे जीवन का एक अभिन्न अंग है। यह लंबी उम्र और स्वस्थ जीवन के लिए उतना ही जरूरी है जितना सांस लेना।” इसके साथ ही, कार्यक्रम सहायक पादप रोग विज्ञान डॉ. शमशेर आलम ने बच्चों को बरसात के पानी के कारण होने वाली बीमारियों जैसे मलेरिया, डेंगू और डायरिया से बचाव के उपाय बताए। उन्होंने बताया कि हमें अपने आसपास गंदा पानी जमा नहीं होने देना चाहिए, ताकि हम इन बीमारियों से बच सकें।

अभियान के अंतर्गत बच्चों ने स्वच्छता के महत्व को न केवल समझा, बल्कि अपने चित्रों के माध्यम से समाज को जागरूक करने का भी प्रयास किया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केंद्र मैनपाट के संतोष साहू, सर्वेश्वर चौधरी और विद्यालय के शिक्षक अरुण यादव भी उपस्थित थे।