पुराने लंबित अपराधों के निकाल हेतु सीएसपी ने विवेचकों को दिये मार्गदर्षन व निर्देष।
सूरजपुर
अपराधिक मामले में पीड़ित पक्ष पुलिस अपेक्षा करता है कि पुलिस थानो मे दर्ज कराये गये अपराध की पुलिस जल्द जांच कर उसे न्यायालय मे प्रस्तुत कर दे , जिससे कि पीडित पक्ष को शीघ्र न्याय मिल सके।लेकिन आम तौर पर पुलिस विवेचना मे होने वाले विलंब और मनमानी के कारण दर्ज अपराध का चालान न्यायालय मे पेश करने मे पुलिस काफी देर कर देती है। जिससे पीडित पक्ष जंहा न्याय की आस लगाए बैठा रहता है तो कभी कभी उस अपराध को करने वाला आरोपी खुलेआम घूमता रहता है। इसी संबध मे सूरजपुर के नवनियुक्त नगर पुलिस अधीक्षक ने सूरजपुर थाना मे पदस्थ विवेचको की बैठक लेकर मार्गदर्शन दिया।
सूरजपुर पुलिस अधीक्षक आर.पी.साय के निर्देष सूरजपुर नगर पुलिस अधीक्षक डी.के.सिंह ने जिला मुख्यालय सूरजपुर के थाना मे मंगलवार को थाना में पदस्थ विवेचकों की बैठक आयोजिक की । गौरतलब है कि सरगुजा आईजी हिमांषु गुप्ता के द्वारा इसी माह जिला सूरजपुर का वार्षिक निरीक्षण किया जाना है इसी के मद्देनजर सीएसपी श्री सिंह ने निरीक्षण के पूर्व अधिक से अधिक पुराने लंबित मामलों का निपाटारा किए जाने के संबंध में थाना में पदस्थ प्रत्येक विवेचकों को गंभीरता से समझाईस दी। इस, दौरान सीएसपी ने लंबित अपराध जांच के संबंध में विवेचको से जानकारी लेते हुए उनके तत्काल निराकरण के लिए आवष्यक मार्गदर्षन दिए । इतना ही नही श्री सिंह ने विवेचकों को अपराध दर्ज होने की तारीख से रूचि लेकर उसे समय पर निकाल करने, गंभीर मामलों में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ ही जिला अभियोजन अधिकारी से मार्गदर्षन प्राप्त करने के भी निर्देष दिए।
इससे पहले सीएसपी डी.के.सिंह ने 1 अगस्त को थाना विश्रामपुर के विवेचकों की भी बैठक लेकर पुराने लंबित अपराध के जल्द निकाल के लिए आवष्यक मार्गदर्शन दिया था ,, जिसके बाद अब तक विश्रामपुर थाना मे लंबित काफी मामलो का निकाल किया जा चुका है। आज की बैठक मे सूरजपुर कोतवाली थाना के एसआई रामेन्द्र सिंह, सुनीता भारद्वाज, एएसआई सुनील सिंह, माधव सिंह, महेश्वर सिंह, कमलदास बनर्जी, सुमंत पाण्डेय, प्रधान आरक्षक मनोज पोर्ते, रामलगन सिंह एवं ललन गुप्ता उपस्थित रहे।