Illegal recovery from farmers in Surajpur: सरकार की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसान सोसायटी पर धान भेज रहे हैं। सरकार की निर्धारित समय के मुताबिक़,1 नवंबर 2023 से 31 जनवरी 2024 तक धान खरीदी की जाना हैं। जैसे-जैसे अंतिम तारीख़ नज़दीक आ रहा हैं। समिति प्रभारी मनमानी करना शुरू कर दिए हैं। इतना ही किसानों प्रति बोरा 10 रुपए के हिसाब से रिश्वत भी ले रहे हैं। जिसका शिकायत किसानों ने उच्च अधिकारियों से की हैं। मामला रामानुजनगर ब्लॉक अंतर्गत उमापुर धान खरीदी केंद्र का हैं।
दरअसल, सूरजपुर जिला के रामानुजनगर तहसील अंतर्गत उमापुर धान खरीदी केंद्र में समिति प्रभारी ने किसानों से 10 रुपिया प्रति बोरा व 25 रुपए प्रति क्विंटल की हिसाब से वसूली कर रहा हैं। जिससे समिति में धान बेचने वाले किसान परेशान हैं। बता दें कि, धान खरीदी में किसानों से पैसा वसूली का कोई सरकारी आदेश नहीं हैं। बल्कि, सरकार ने खरीदी केंद्र में धान बेचने में किसानों की मदद करने कहा हैं। लेकिन, धान खरीदी केंद्र उमापुर में मामला सरकारी आदेश के ठीक विपरीत हैं। समिति के प्रभारी देवकी नंदन साहू बड़े पैमाने पर किसानों से न सिर्फ वसूली कर रहे हैं, बल्कि उन्हें धमकाया भी जाता हैं। इतना ही नहीं एसडीएम, तहसीलदार व अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को वसूली की अवैध उगाही की शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जा रही हैं। साथ ही शासन के निर्धारित तौल मात्रा में भी गड़बड़ी की जा रही हैं। दरअसल, निर्धारित तौल 40.700 ग्राम की जगह 41 किलो ग्राम से भी अधिक धान लिया जा रहा हैं। इससे किसानों को दोहरी मार झेलनी पड़ रहा हैं।
इस संबंध में किसानों से पैसे लेने की बात पर एसडीएम नंदजी पांडेय ने बताया कि, उमापुर धान खरीदी केंद्र में किसानों से वसूली व अन्य गड़बड़ी की शिकायतें मिली हैं। जांच कर कार्रवाई की जाएगी।