प्रतापपुर- सूरजपुर जिले के चंदौरा थाना अंतर्गत ग्राम डांडकरवा में भुइयां समाज के द्वारा भुइयां आदिवासी महासम्मेलन आयोजित किया गया। भुइयां समाज को केंद्र सरकार के द्वारा अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल किए जाने से समाज में खुशी का माहौल है। भुइयां समाज प्रमुखों ने बताया की हम लोग बरसों से आदिवासी संस्कृति , रिति-रिवाज को मानते आ रहें हैं और हमारा आर्थिक, शैक्षणिक, सामाजिक स्थितियों में भी काफी पिछड़ने के बावजूद हमें लंबे समय तक अनुसूचित जनजाति वर्ग में शामिल नहीं करने से हमारा समाज का उन्नति नहीं हो पा रहा था। लोगों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने के कारण उच्च शिक्षा नहीं ले पा रहे थे। छात्रों को सरकार द्वारा मिलने वाली छात्रवृत्ति भी नहीं मिल पा रहा था। भुइयां समाज सभी प्रकार से प्रताड़ित हो रहे थे इनका जगह जमीन सुरक्षित नहीं थे।
अब हमारे भुइंया समाज चौमुखी विकास के लिए रास्ता खुल गया है। समाज के लोगों ने करमा नृत्य कर केंद्र सरकार व राज्य सरकार को धन्यवाद भी किए। भुइंया समाज के जिला अध्यक्ष ध्रुव कुमार ने कहा की हमारे समाज की आर्थिक स्थिति आज भी दयनीय बना हुआ है और शिक्षा के क्षेत्र में भी बहुत पिछड़े हैं व सामाजिक एकता में भी कमी है आप सभी भुइंया समाज संगठित हो जाइए । भुइयां आदिवासी महासम्मेलन में मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष उदय कुमार पण्डो ने समाज को संबोधित करते हुए कहा की जिन लोग आदिवासी रीति- रिवाज, भारत के मूल संस्कृति को भूल गए हैं उन्हें अपनी रीति -रिवाज अपनी परंपरा में लौटना होगा।
सभी जाति-धर्मो के लोगों से भाईचारा रखतें हुए आपसी सहभागिता से प्रत्येक धार्मिक कार्यक्रमों में शामिल होना चाहिए। सभी जाति- धर्म के रिति-रिवाज, देवी-देवताओं को सम्मान करना चाहिए।
जिन लोगों के पास सेटलमेंट नहीं है वे लोग आने वाले विशेष ग्राम सभा में सरलीकरण प्रक्रिया के माध्यम से जाति प्रमाण पत्र के लिए प्रस्ताव देंगे। भुइंया समाज अंधविश्वास में ज्यादा भरोसा करता है उन्हें झाड़-फूंक से दूर रहने होंगे। किसी प्रकार का स्वास्थ्य खराब होने पर आप सभी नजदीकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर या प्रशिक्षित डॉक्टर को ही दिखाएं झोलाछाप डॉक्टर के चक्कर में ना पड़े। वर्तमान में अनेक प्रकार के समस्याएं सामने आ रहे हैं उन से निपटने के लिए हम सभी आदिवासी समाज को संगठित होकर प्रमुखता से आवाज़ उठाना होगा। समाज में उपस्थित लोगों को किसी भी तरह का नशा नहीं करने को लेकर बोला गया, नशा से होने वाले नुक़सान को बताते हुए नशा छोड़ने का अपील किया गया। अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए बोला गया पढ़ाई से ही हमारा समाज आगे बढ़ेगा ।
विशिष्ट अतिथि युवा प्रभाग के जिला अध्यक्ष अमित सिंह ने कहा कि एक तरफ सरकार हमको अनुसूचित जनजाति में शामिल करता है और दूसरी तरफ हमारा आरक्षण राज्य में 32 से घटाकर 20% कर दिया गया है जिसकी खामियाजा हम सर्व आदिवासी को शिक्षा, राजनीति, नौकरी सभी क्षेत्र में प्रभाव पड़ेगा। हम सबको संगठित होकर इसका पुरजोर विरोध करना होगा और आरक्षण की मांग करनी होगी।
भुइयां आदिवासी महासम्मेलन में प्रमुख रूप से मुख्य अतिथि प्रदेश उपाध्यक्ष उदय कुमार पण्डो, विशिष्ट अतिथि गण अमित सिंह खैरवार जिला अध्यक्ष बलरामपुर, जे.आर. ठाकुर व्यूरो चीफ आदिवासी सत्ता , ध्रुव कुमार जिला अध्यक्ष भुइयां बलरामपुर , मिलसाय जिला सचिव भुइयां समाज बलरामपुर, अशोक ठाकुर पटवारी, बुधराम फारेस्ट विभाग, शोभित, मुनेश प्रसाद , देवसाय पोया सरपंच भेड़िया, पण्डो जनजाति, गोंड जनजाति, खैरवार जनजाति, कोरवा जनजाति के लोग भी उपस्थित रहे।
Home हमारा छत्तीसगढ़ सूरजपुर भुइयां आदिवासी महासम्मेलन संपन्न , समाज में हर्षोल्लास का माहौल, मुख्य अतिथि...