• अवसर की तलाश है आपको, अवसर मिल रहा है उसे अपनाइये- आईजी सरगुजा
• अहम रहीत सरल व्यवहार होना आवश्यक है सफल व्यक्ति बनने के लिए- कलेक्टर
• जीवन के लक्ष्य को एक चौलन्ज की तरह लें जीवन में हर चीज आसान होती है- एसपी
सूरजपुर। भविष्य दृष्टि-युवा सृष्टि कार्यक्रम के दूसरे दिन शा.उ.मा.वि. सिलफिली स्कूल प्रांगण में सरगुजा रेंज आईजी अजय यादव की मुख्य आतिथ्य में हुआ, जिसमें मुख्य रूप से कलेक्टर डॉ. गौरव कुमार सिंह, पुलिस अधीक्षक भावना गुप्ता के उपस्थिति में माँ सरस्वती की प्रतिमा पर मार्ल्यापण करते हुए दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई।
सरगुजा आईजी अजय यादव ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जिले के कलेक्टर बधाई के पात्र हैं, जिले के प्रशासनीक अधिकारी बच्चों को लक्ष्य देने के लिए यह आयोजन किया है यह सराहनीय कार्य है। आभाषी संवाद, भविष्य संवाद, विद्या संवाद एवं प्रेरणा संवाद चालू किया है। उसमें ही आपको बहुत कुछ मिल जायेगा। सबसे पहले उन्होंने बच्चों से यह जानने का प्रयास किया कि कौन किस क्षेत्र में अपना भविष्य बनाना चाहता है। उन्होंने हर क्षेत्र के बारे में बच्चों को बताया कि आप जिस भी क्षेत्र में जाऐंगे वह क्षेत्र मेहनत मांगती है। आपको वहां पर अपना 100 प्रतिशत मेहनत देने की आवश्यकता है।
उन्होंने बताया कि ऐसा कहा जाता कि 70 प्रतिशत कर्म और 30 प्रतिशत नसीब के ऊपर होता है, उन्होंने 100 प्रतिशत मेहनत देने करने बच्चों को कहा। उसको सफलता मिलती है पर आज की परिस्थितियां कुछ और है आज श्रेष्ठ नहीं बल्कि सर्वश्रेष्ठ की लड़ाई है। जिसे आपको पार करना है। तभी आपको सफलता मिलेगी। समय बदलता है, लोग बदलते है। लेकिन आप ने अपनी जीवन में अगर किताबों से दोस्ती कर लें तो यह आदत कभी नहीं बदलगी। किताबें मनुष्य जीवन की सबसे अच्छी दोस्त होती है। आपको जिस भी फिल्ड में जाना है उसकी आधारभूत ज्ञान आपको होना चाहिए।
उन्होंने बच्चों को कहा आप सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करे, ब्रम्ह मुहूर्त पढ़ाई के लिए अच्छा माना गया है। आप अपने लिए पढ़ाई करें, दिखावे के लिए पढ़ाई न करें, अपने आप से वादा करें कि मुझे क्या बनना है। यह आपको ही तय करना। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार से लोग ग्रामीण इलाके के लोग मेहनत करके आज बड़े पदों आसीन हुए हैं। उन्होंने बताया कि मैं खुद बस्तर जैसे नक्सली इलाके से आता हूं। आज मेहनत कर यहां तक पहुंचा हूं। बताया कि वह स्वयं संघ लोक सेवा आयोग यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे। तो उन्हें लगा कि वह मध्यप्रदेश की पीएससी परीक्षा पास करे लेंगे पर वे असफल रहे और वहीं से उन्होंने ठान लिया कि अगले वर्ष मुझे परीक्षा पास करनी ही है, उसकी तैयारी में जुट गये। सकारात्मक सोच और कठिन मेहनत से उन्होंने एक नहीं बल्कि तीन परीक्षाए एक वर्ष में निकाल लिये। बताने का उद्देश्य यह था कि असफलता से डरे नहीं बल्कि दुगनी मेहनत से उसे पाने की लालसा रखें सफलता आपकी कदम चुमेगी। साथ ही सरगुजा आईजी ने बताया कि आईएएस, आईपीएस बनने के लिए अखबारों का सहयोग बहुत महत्वपूर्ण होता है।
कलेक्टर ने बच्चों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अभी आपकी उम्र जिस मोड़ पर है वहीं से अपना रास्ता चुन सकते है। आपके पास अभी दो विकल्प है एक आराम वाला और एक है मेहनत वाला। यह आपको तय करना कि अभी आपको मेहनता वाला कोटा का उपयोग करना या आराम वाला का। जो आराम करेगा आराम ही करता रह जाएगा। और जो मेहनत करेगा वो आप में से ही कोई न कोई बड़ा अधिकारी बन जायेगा, और आप से ही कोई उस अधिकारी से काम मांगने वाला बन जायेगा। आपको तय करना है आपको क्या करना है। लक्ष्य का निर्धारण करों वो तो इतना बड़ा निर्धारण करों, जिससे वहां अगर न भी सफलता मिले तो कम से कम उस लक्ष्य से नीचे वाले जो लक्ष्य हैं वो मिल जायें। इसलिए लक्ष्य का निर्धारण बड़ा हो, जानने की प्यास होनी चाहिए, जिज्ञासा होनी चाहिए, अटूट मेहनत होनी चाहिए, सकारात्मक दृष्टिकोण होनी चाहिए, सरल सहज अहम रहित व्यवहार होना चाहिए। आने वाला समय प्रतिस्पर्धा का समय है आज श्रेष्ठता का समय नहीं है आपको आगे बढ़ना है तो सर्वश्रेष्ठता में अपना नाम अंकित करना है। हमको आज ही तय करना है कि हमें अपने जीवन में आईएएस, आईपीएस या एक अच्छा टीचर, अच्छा इंजीनियर, अच्छा वैज्ञानिक बनना है, और कुछ नहीं बनाना है तो देश का एक अच्छा नागरिक बनना है।
पुलिस अधिक्षक भावना गुप्ता ने बच्चों को बताया कि आप हमेशा खुद को चैलेंज करें, हमारी क्षमता अपार होती है लेकिन हमारा मन कहता है कि हम नहीं कर पायेंगे। ऐसा नहीं है। आपको केवल आगे बढ़ना है। जो चीज आपको कठिन लगती है उसे अवश्य करें कुछ दिन बाद वह आसान लगने लगती है। आपको असफलता से परेशान नहीं होना है। क्योंकि आपको असफलता ही सफलता की राह दिखाऐगी। कार्यक्रम में बच्चों ने बहुत से जिज्ञासु सवाल पूछे, जिनका उत्तर अधिकारियों ने बड़ी सहजता और सरलता से दिया। वे भी उनके ही समान छोटे विद्यालय से पढ़कर, मेहनत कर, सफलता हासिल किय हैं। बच्चों एक सवाल पूछा पर कि आत्मरक्षा के लिए क्या करें। इस पर पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आने वाले सप्ताह में हिम्मत कार्यक्रम के तहत् सभी बच्चियों को आत्मरक्षा के लिए विशेष कार्यक्रम कर सबको प्रशिक्षित किया जाएगा।
इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हरीश राठौर, एसडीएम रवि सिंह, डीपीओ चन्द्रबेश सिंह सिसोदिया, सहा. आयुक्त के. विश्वनाथ रेड्डी, डीईओ विनोद राय, डीएमसी शशिकांत सिंह, नायब तहसीलदार हिना टण्डन, श्रम अधिकारी घनश्याम पाणीग्राही, बाल संरक्षण अधिकारी मनोज जायसवाल, प्रचार्य नवीन जायसवाल, सत्यम बालाजी व्याख्याता, विनीता यायदव, अमलचन्द्र दास, संत्येन्द्रू शुक्ला, शंहशांह आलम, जुगेश्वर सहित अन्य अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का मंच संचालन निशा सिंह ने व आभार व्यक्त एसडीएम रवि सिंह ने किया।