सूरजपुर। ज़िले के लटोरी चौकी पुलिस द्वारा एक मर्डर के मामले में पूछताछ के लिए अभिरक्षा में लिए गए विद्युत विभाग के सब इंजीनियर की संदिग्ध हालत में इलाज के दौरान मौत हो गई। पुलिस सब इंजीनियर को हत्या का आरोपी बताकर ह्रदय गति रूकने से मौत होना बता रही है। जबकि मृतक के परिजन पुलिस पिटाई से मौत होने का आरोप लगा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक जिले के लटोरी पुलिस चौकी क्षेत्र में स्थापित करवां विद्युत सब स्टेशन के पास सोमवार को एक युवक की खून से लथपथ लाश मिली थी। जिसकी जांच के लिए 4 युवकों को पूछताछ के लिए चौकी लाया गया था। जिसमें विद्युत विभाग के सब इंजीनियर पूनम कतलम भी शामिल था। पुलिस के मुताबिक सब इंजीनियर पूनम कतलम हत्या का आरोपी था। इसलिए उसकी गिरफ्तारी की गई थी, लेकिन उसका स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से सब इंजीनियर चौकी नहीं ले जाकर, सीधे लटोरी स्वास्थ्य केन्द्र भेज दिया गया था। जहां उसकी मौत हो गई, लेकिन मृतक जिसे पुलिस हत्या का आरोपी बता रहा है। उसके चेहरे और शरीर पर चोट के निशान को लेकर पुलिस अपने ही बातों मे फंसती नजर आ रही है। पुलिस कभी कह रही है कि मृतक को आपसी लड़ाई मे चोट लगी है। कभी कह रही है उसे कीडे ने काट लिया था।
लटोरी चौकी प्रभारी सुनील सिंह का कहना है कि मृतक पूनम हत्या का आरोपी है। जिसे चौकी लाने के लिए पुलिस गयी थी, लेकिन उसे लाने के दौरान रास्ते मे ही उसकी तबियत बिगड़ गयी, और उसे अस्पताल ले जाया गया। जहा उसकी मौत हो गयी। मृतक बालोद जिले का रहने वाला है। उसके भाई को घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल पहुंच शव को देखा। जहां मृतक पूनम के चेहरे में चोट के निशान थे। ऐसे में परिजन पुलिस पर मारपीट की आशंका जाहिर की है।
इधर पुलिस चोट के निशान को एक दिन पहले हुए हत्या के दौरान हुए आपसी संघर्ष का नतीजा बता रही है। बहरहाल करीब एक साल पहले भी जिले के चंदौरा थाने में एक युवक की मौत के मामले ने प्रदेश की सियासत को गरमा दिया था, तो वही आज फिर एक सब इंजीनियर की गिरफ्तारी के बाद मौत संदिग्ध मौत के मामले ने पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़ा कर दिया है।