- साईंस कालेज के बीएससी प्रथम वर्ष का छात्र था मृतक दीपक पाण्डेय
- फांसी में लटके छात्र के घुटने जमीन पर …
- आत्महत्या या हत्या परिजनो नें पुलिस कें सामने खडी की चुनौती
- शुक्रवार के दोपहर बाद की घटना में शनिवार की सुबह शव को फंदे से उतारना भी समझ से परे…..
अम्बिकापुर
अम्बिकापुर पुलिस को आम लोग की संवेदनाओ से शायद कोई सरोकार नही है… और यही वजह है कि फंदे में लटके एक छात्र के शव को उतारने के लिए पुलिस मजिस्ट्रेट के निर्देश का हवाला देकर सूरज उगने का इंतजार करती नजर आई …. लेकिन इससे अलग मृतक के परिजनो नें आत्महत्या के इस मामले में संदेह जारी करते हुए अपने बेटे की हत्या करने का शक जाहिर किया है…
अम्बिकापुर के पटेलपारा स्थित किराए के माकान में रहने वाले साईंस कालेज के छात्र दीपक पाण्डेय नें शुक्रवार की दोपहर बाद फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली… आत्महत्या करने वाला छात्र दीपक पडोसी जिला बलरामपुर के बसंतपुर गांव का रहने वाला था.. जो अम्बिकापुर में रहकर बीएससी प्रथम वर्ष की पढाई कर रहा था….लेकिन शुक्रवार की दोपहर तकरबीन साढे चार बजे दीपक की आत्महत्या की सूचना गांधीनगर पुलिस को मिली… जिसके बाद पुलिस मौके पर पंहुची.. तो कालेजी छात्र दीपक का शव फांसी में तो लटका था.. लेकिन उसके घुटने जमीन को छू रहे थे…. खैर छात्र की इस संदेहास्पद आत्महत्या की घटना भले ही शुक्रवार शाम पांच बजे के पहले की है… लेकिन पुलिस मजिस्ट्रेट की अनुपस्थिती का हवाला देकर शव को रात भर लटकने के लिए छोडने की बात कह रही है.. गांधीनगर थाना में पदस्थ प्रभारी महिला डीएसपी पद्मश्री तंवर नें बताया कि शाम साढे पांच बजे के बाद शव का नही उतारा जा सकता है।
इधर घटना की सूचना के बाद 100 किलोमीटर दूर से पंहुचे दीपक के पिता अपने उस बेटे की संदेहास्पद आत्महत्या को लेकर अचंभे में पड गए.. जिससे घटना के कुछ देर पहले ही अपने घर में बात कर अपनी खैरियत की बात कही थी…. खैर घटना के की जानदारी के बाद अपने बेटे के शव को देखकर सदमें आए छात्र दीपक के पिता नें हिम्मत दिखाते हुए मीडिया से बात की,, और ये बताया कि आत्महत्या करने वाले उनके बेटे के घर के पास ही कोई युवती रहती है.. जो इस आत्महत्या की वजह का खुसाला करने के मददगार हो सकती है..
सरगुजा जिला के दूर दराज से आकर जिला मुख्यालय अम्बिकापुर में रहकर पढने वाले छात्र छात्राओ की तादाद अच्छी खासी है… लेकिन ये और इस तरह की लगातार हो रही घटनाए यंहा रहकर पढाई करने वाले छात्र छात्राओ और परिजनो के लिहाज से ठीक नही है….बहरहाल अब देखना ये है कि मृत छात्र दीपक के परिजनो के साथ परिस्थितियो को देख कर ……गांधीनगर पुलिस इस घटना की कार्यवाही आत्महत्या मान कर करती है.. या हत्या..