अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा संचालित राशन दुकान में हितग्राहियों को निर्धारित मात्रा से कम राशन दिया जा रहा है. समूह संचालक हितग्राहियों के कोटे से 10-10 किलो तक चावल की हेराफेरी कर उन्हें निःशुल्क मिलने वाला राशन से वंचित कर रहा है. आलम ये है कि शासन द्वारा निःशुल्क वितरण हेतु आवंटित चना भी हितग्राहियों को पर्याप्त मात्रा में नहीं दिया गया. इसके अलावा मिट्टी तेल में भी 30 रुपये प्रति लीटर की जगह हितग्राहियों से 40 रुपये प्रति लीटर की दर से अवैध उगाही की गई है. स्वयं सहायता समूह संचालक द्वारा राशन वितरण में की गई धांधली से हितग्राहियों में काफी आक्रोश है.. उन्होंने इस मामले में जाँच की माँग की है.
गौरतलब है कि ग्राम देवगढ़ में महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा शासकीय उचित मूल्य का राशन दुकान संचालित है. जिसका संचालन समूह के अध्यक्ष के पति करते है. जिनके विरुद्ध हितग्राहियों ने राशन वितरण में धांधली का आरोप लगाया है. हितग्राहियों का कहना है कि कोरोना संकट के दौरान किये गये लॉक डाउन में लोगो को राशन की कमी न हो इसके लिए केंद्र एवं राज्य सरकार ने पात्र हितग्राहियों के कोटे में निःशुल्क चावल,चना और नमक आवंटित किया था.
लेकिन वितरण के दौरान अध्यक्ष पति ने हितग्राहियों को पर्याप्त मात्रा में राशन नही दिया.. और कई हितग्राहियों के आवंटन से 10-10 किलो चावल डकार गया. इसी तरह चना वितरण में भी धांधली बरती और कुछ लोगों को दो की जगह एक किलो चना दिया और कुछ को इससे भी वंचित कर दिया. मिट्टी तेल वितरण के दौरान भी उसने हितग्राहियों से 30 रुपये की जगह 40 रुपये प्रति लीटर की अवैध उगाही की.
इस संबंध में बनारजी एक्का, निलबाई, सुरमिला मधुमती सहित अन्य कई हितग्राहियों ने समूह पर राशन वितरण में मनमानी करने का आरोप लगाते हुये जाँच की माँग की है.
इस संबंध में खाद्य निरीक्षक अनूप कुमार ने जाँच की बात कही है.