अम्बिकापुर नगर निगम अंबिकापुर व पर्यावरण विभाग ने संयुक्त कार्यवाही करते हुए शहर की दुकानों में छापेमार कार्यवाही की है.. इस कार्यवाही में दुकानों से भारी मात्रा में पालीथिन व कैरीबैग जब्त किये गए है और दुकानदारों पर कानूनी कार्यवाही भी की जा रही है.. दरसल अंबिकापुर में पालीथिन के उपयोग पर कलेक्टर ने प्रतिबन्ध लगाया था और इस सम्बन्ध में पालीथिन के मानक भी तय किये गए थे.. और तय मानक ना होने वाले पालीथिन पर कार्यवाही की जानी थी लेकिन इस कार्यवाही में फंसे दुकानदार का कहना है की बिना जानकारी के ही जबरन कार्यवाही की जा रही है.. पूर्व में जो मानक बताये गए थे उसी आभार पर पालीथिन मंगाई गई है..
इस सम्बन्ध में कार्यवाही करते हुए पर्यावरण विभाग का कहना है पचास माइक्रोन से कम के प्लास्टिक के कैरीबैग पूर्णतः प्रतिबन्धत है और पाए जाने पर कार्यवाही की गई है साथ ही यह भी बताया गया की यह कार्यवाही आगे भी जारी रहेगी..
इधर कार्यवाही से परेशान दुकानदार ने बताया की अचानक से नगर निगम और पर्यावरण विभाग के 15-20 अधिकारी दूकान में आये और दुकान में घुस कर खुद ही पूरा प्लास्टिक उठाये और लेकर जाने लगे दूकानदार ने यह भी आरोप लगाया है की उसे धमकी भी दी गई की कार्यवाही में सहयोग करो वरना कड़ी कार्यवाही की जायेगी..इतना कहते हुए उनके दुकान से 643 किलो प्लास्टिक कैरीबैग और एक अन्य दूकान से ढाई क्विंटल प्लास्टिक कैरीबैग जब्त किया गया है..
वही नगर निगम कमिश्नर ने भी साफ़ कर दिया है की पचास माइक्रोन से कम मानक के प्लास्टिक कैरी बैग पुरतः प्रतिन्बंधित है और इसका उपयोग करने वालो पर कार्यवाही होगी.. कमिश्नर का कहना है की दूकानदारो ने खुद कमिटमेंट किया था की वो इसका उपयोग नहीं करेंगे और फिर भी उपयोग किये जाने की वजह से कार्यवाही की जा रही है..
बहरहाल प्रशासन का कहना है की व्यापारियों को मीटिंग कर के समझाईस दी गिया थी और इधर व्यापारियों को कुछ पता नहीं है.. जाहिर सी बात बात है की जिला प्रशासन की बैठक में कुछ चुनिन्दा व्यापारियों को ही बुलाया जाता है और बाकी के बचे व्यापारियों को इन सब की जानकारी नहीं है.. जागरूकता और प्रचार प्रसार की बात करे तो पालीथिन बंद करने के लिए वर्तमान में तो जिले में ऐसा कोई अभियान जमीन पर नहीं दिख रहा है.. पर हां हो सकता है की यह अभियान कागजो में चल रहा हो..