अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..बीती रात प्रशासन एवं पुलिस की संयुक्त टीम ने बूचड़खाने ले जा रहे भैंस से लदी दो कंटेनर को पकड़ा. इस धरपकड़ अभियान में उस वक़्त अफरा-तफरी मच गई थी. जब कंटेनर का चालक पकड़े जाने के भय से चलती गाड़ी से कूदकर भाग गया और भैसों से लदी कंटेनर कुछ देर बिना चालक के ही दौड़ता रहा. जिसे लोगो के सहयोग से पुलिस ने नियंत्रण में लिया और भैसों से लदी कंटेनर को थाने लाया गया.
इस दौरान थाने के बाहर लोगो की भारी भीड़ जमा हो गई. जिनका कहना था कि बूचड़खाने जा रहे भैसों को सरकारी गोठान के हवाले किया जाये और निर्दयतापूर्वक भैसों को बूचड़खाने ले जाने वाले दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई किया जाये. किंतु हुआ इसके ठीक उल्टा. लोगो के सहयोग से भैसों से भरी कंटेनर पकड़ने के बाद पुलिस ने बिना कार्रवाई के रातोरात कंटेनर छोड़ दी. जिसको लेकर लोग शहर में तरह-तरह की बाते कर रहे है. बूचड़खाने जा रहे भैंस से लदी कंटेनर बिना कार्रवाई के छोड़े जाने से लोगो में असंतोष व्याप्त है. उन्होंने इस मामले में लीपापोती का आरोप लगा अधिकारियों की भूमिका पर सवाल खड़े किये है.
वहीं बिना किसी कार्रवाई के भैंसों से लदे कंटेनर को छोड़ देने पर लोगों के सवाल पर अधिकारियों ने बताया कि पकड़े गये लोगो के पास सभी वैध दस्तावेज थे. जिसके आधार पर उन्हें छोड़ा गया.
लेकिन सवाल यह है कि पुलिस के डर से भैंसों से लदे चलते कंटेनर से ड्राइवर कूद गया था. और फ़रार हो गया था. जिसके बाद वहां के लोगों के सहयोग से चलती कंटेनर को पुलिस ने नियंत्रित किया. कंटेनर को थाने ले जाया गया. लेकिन उसका ड्राइवर कब आया. कैसे आया. कहां से आया और गाड़ी लेकर चला गया. इस बात को लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है. और अधिकारियों पर मामले को लिपापोती कर निपटा देने का आरोप लगा रहे हैं.
वहीं इस संबंध में नगर निरीक्षक अनूप कुमार एक्का ने बताया कि इस मामले में एसडीएम एवं तहसीलदार द्वारा कोई जाँच रिपोर्ट नही सौपी गई थी. इसलिये कोई कार्रवाई नहीं किया गया.