स्कूल की रसोईया से छेड़खानी, प्रधान पाठक की पिटाई

स्कूल की रसोईया से छेड़खानी, प्रधान पाठक की पिटाई
मामले ने पकड़ा तूल, स्टाफ व रसोईया मिले कलेक्टर से
पुलिस ने दोनो पक्षों की शिकायत पर की जांच शुरू

अम्बिकापुर 

नगर से लगे ग्राम रामपुर स्थित प्राथमिक पाठशाला के प्रधान पाठक ने मणिपुर पुलिस सहायता केन्द्र में अपने साथ स्कूल की शिक्षिका के पति व देवर के द्वारा मारपीट करने का आरोप लगाया है तो वहीं स्कूल में भोजन बनाने वाली रसोईया नें आरोप लगाया है कि प्रधान पाठक ने उसके अकेले देख कमरे में उसका हाथ पकड़ छेड़खानी करने लगा। पुलिस ने दोनों पक्षों की लिखित शिकायत पर जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है। मामले के तूल पकड़ते ही रसोईया व स्कूल की महिला स्टाफ कलेक्टर से जाकर मिले। सूचना पर विभाग के बीओ ने भी मौके पर पहुंचकर लोगों से पूछताछ की है।

रामपुर स्थित प्राथमिक पाठशाला में विगत 12 साल से रसोईया का काम कर रही एक महिला ने मणिपुर पुलिस सहायता केन्द्र में पुलिस के सामने बताया कि पिछले दो माह से स्कूल के प्रधान पाठक नमना निवासी योगेन्द्र प्रसाद गुप्ता द्वारा उसके साथ स्कूल में अकेले देखकर लगातार छेड़खानी किया करता था। रसोईघर में घूसकर कई बार उसने हाथ-बाह पकड़ने की हरकत की थी। इसका विरोध करने पर वह स्कूल से निकालने की धमकी दिया करता था। इतना ही नहीं प्रधान पाठक के द्वारा उसे कई बार अपने साथ अकेले कमरे में भी बुलाया गया था। स्कूल के बच्चों ने भी बताया है कि प्रधान पाठक के द्वारा मारपीट गाली गलौज से बात की जाती थी। पूर्व में इसकी शिकायत होने पर संकूल प्रभारी रविन्द्र सिंह राणा से शिकायत की गई थी। जिस पर संकूल प्रभारी मौके पर पहुंच गांव के पंच, सरपंच के सामने बयान दर्ज कर पंचनामा तैयार किया था। इसकी जानकारी संकूल प्रभारी विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी को दी थी।

आज सुबह लगभग 9.10 बजे  दो दिन बाद प्रधान पाठक स्कूल पहुंचे तो रसोईया माचिस लेने के लिए स्टाफ रूम में गई थी। रसोईया का आरोप है कि उसी वक्त प्रधान पाठक स्टाफ रूम में आकर अकेला देख दरवाजा बंद कर दिये। हल्ला सूनकर स्कूल के अन्य स्टाफ व बच्चों ने दरवाजा किसी तरह खोला तो प्रधान पाठक रसोईया मरोड़े हुये थे। लोगों को देख प्रधान पाठक हाथ में ईट लेकर मारने दौड़े और एक शिक्षिका के हाथ में ईट से मारते हुये वहां से भाग खड़े हुये। गांव में ही एक ग्रामीण के घर जाकर छुप गये। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और प्रधान पाठक को अपने साथ चैकी ले आई। दूसरी तरफ प्रधान पाठक का कहना है कि आज सुबह लगभग 8.40 बजे स्कूल पहुंचा और ठंड होने के कारण बच्चों को बाहर बैठाकर पढ़ा रहे थे। तभी स्कूल की सहायक शिक्षिका अनुभा सिंह स्कूल पहुंची और सभी बच्चों को यह कहकर स्कूल के कमरे में ले गई की बच्चों की परीक्षा लेनी है। जिसके बाद वह रजिस्टर लेने स्टाफ रूम में गये तो शिक्षिका ने रसोईया से कहा कि बाहर से दरवाजा बंद कर दो। दरवाजा बंद होने के बाद किसी अनहोनी होने की शंका पर वे गांव के लोगों को मदद के लिए पुकारे लगे जिसकी आवाज को सुनकर स्कूल के बच्चे भागने लगे। इसी बीच जब शिक्षिका ने दरवाजा खाला तो वे सीधे पास के ही एक ग्रामीण के घर छुप गये थे। जब सूचना पर पुलिस पहुची और वे घर से बाहर निकले तो शिक्षका के पति व देवर ने उसके साथ मारपीट करने लगे। पुलिस ने बीच बचाव कर पुलिस चैकी ले आई। पुलिस ने दोनों पक्षों की लिखित शिकायत पर जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है।