सूरजपुर..(पारसनाथ सिंह)..जिला मुख्यालय से महज 08 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम पंचायत रामनगर में सरपंच द्वारा संचालित किया जा रहा. शासकीय उचित मूल्य दुकान में राशन वितरण के दौरान नाप-तौल करने वाले कांटा में गड़बड़ी कर ग्रामीणों को निर्धारित मात्रा से कम राशन वितरण का करने का मामला सामने आया है. जानकारी के मुताबिक़, दो दिन पहले प्रशासनिक टीम द्वारा की गई. प्रारंभिक जांच में निर्धारित मात्रा से कम राशन वितरण की पुष्टि होने के बावजूद किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है.
लॉकडाउन के दौरान प्रभावित गरीब परिवारों को छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा निःशुल्क चावल का वितरण कराया जा रहा है. लेकिन रामनगर में संचालित शासकीय उचित मूल्य दुकान में राशन कार्डधारियों को कांटा में गड़बड़ी कर निर्धारित मात्रा से कम मात्रा में राशन का वितरण किए जाने का मामला प्रकाश में आया है.
दरअसल, सूरजपुर जनपद पंचायत के रामनगर में उचित मूल्य दुकान में कांटा में गड़बड़ी कर निर्धारित मात्रा से कम राशन का वितरण किए जाने की शिकायत गांव के जागरूक ग्रामीणों ने मोबाइल के माध्यम से जिला खाद्य अधिकारी संदीप भगत को दी.
सूचना पर बीते बुधवार को खाद्य अधिकारी के निर्देश पर खाद्य निरीक्षक नीतीश कुमार, नाप-तौल विभाग के कर्मचारी मनमोहन सिंह के साथ तत्काल रामनगर के शासकीय उचित मूल्य दुकान पहुंचे. जहां राशनकार्डधारी ग्रामीणों द्वारा कांटा में गड़बड़ी कर कम राशन देने की शिकायत खाद्य निरीक्षक से की गई. ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सरपंच के भतीजा द्वारा निर्धारित मात्रा से कम राशन का वितरण किया जा रहा है.
• गड़बड़ी मिलने पर कांटा व रजिस्टर ज़ब्त
शिकायत पर खाद्य निरीक्षक द्वारा नापतौल विभाग के कर्मचारी के साथ लाए गए. सत्यापित कांटा में शासकीय उचित मूल्य दुकान से राशनकार्डधारी ग्रामीणों को दिए गए. राशन सामग्री का वजन कराया गया. वजन में इस बात की पुष्टि हुई कि उचित मूल्य दुकान संचालक द्वारा दिए गए. 35 किलो चावल का वजन 34 किलो पाया गया. प्रारंभिक जांच में स्पष्ट हो गया कि उचित मूल्य संचालक द्वारा 35 किलो के स्थान पर नापतौल कांटा में गड़बड़ी कर 34 किलो राशन प्रदान कर गड़बड़ी की जा रही है. नापतौल कांटा में गड़बड़ी पाए जाने पर खाद्य निरीक्षक नीतीश कुमार द्वारा शासकीय उचित मूल्य दुकान रामनगर में उपयोग में लाए जा रहे. दो नग इलेक्ट्रॉनिक कांटा समेत एक रजिस्टर जब्त कर लिया है. कार्यवाही के दौरान जगरनाथ यादव, अरुण प्रजापति, हुपेश प्रजापति, रोहित सिंह मौजूद थे.
• सरपंच के ख़िलाफ़ पहले से है अपराध दर्ज
ग़ौरतलब है कि ग्राम पंचायत रामनगर में कूटरचित दस्तावेजों के जरिए क़रीब 14 लाख की शासकीय राशि गबन करने के मामले में जनपद पंचायत सीईओ की रिपोर्ट पर बिश्रामपुर पुलिस द्वारा बीते मार्च महीने में ग्राम पंचायत रामनगर के सरपंच जवाहर सिंह एवं तत्कालीन सचिव तुलाराम यादव के विरुद्ध 420 का अपराध दर्ज किया गया है. इस मामले में सरपंच और सचिव को गिरफ़्तार किया जाना है. इसी बीच राशन वितरण के लिए उपयोग में लाए जा रहे. इलेक्ट्रॉनिक कांटा में गड़बड़ी का मामला प्रकाश में आने से ग्राम पंचायत में व्याप्त भ्रष्टाचार एक बार फिर उजागर हुआ है.