अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगो को खुले में शौच से मुक्त कराने गाँव मे बनाया गया शौचालय का पैसा सरपंच ने आहरण कर गबन कर लिया. सरपंच ने ग्रामीणों को अपने झाँसे में लेकर पहले उनसे शौचालय निर्माण कराया. कार्य पूरा होने के बाद जब ग्रामीण निर्माण कार्य मे व्यय लागत की माँग करने लगे ..तो सरपंच उन्हें गुमराह करने लगा. आज-कल करते पंचायत चुनाव नजदीक आ गया लेकिन ग्रामीणों को पैसा नही मिला. सरपंच के इस दोहरे रवैये से ग्रामीणों में काफी आक्रोश है उन्होंने इस मामले की जाँच की माँग करते हुये शौचालय निर्माण में व्यय लागत दिलाने की माँग अधिकारियों से की है.
ग़ौरतलब है कि, स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगो को खुले में शौच से मुक्त कराने केंद्र सरकार ने 12 हजार की लागत से चयनित हितग्राहियों के यहाँ शौचालय निर्माण की योजना बनाई थी. इसी योजना के तहत ग्राम पंचायत सहनपुर में कौशल्या, गौरी, सैवानी, बालकुमार, प्रेमचंद गुप्ता, बृजमोहन गुप्ता सहित दर्जन भर से ज्यादा हितग्राहियों ने सरपंच के कहने पर स्वयं के व्यय से अपने अपने घरों मे शौचालय निर्माण कार्य कराया था.
निर्माण पूरा कराने बाद जब हितग्राही अपनी लागत की माँग करने सरपंच के पास पहुँचे तो उसने आवंटन आने के बाद आहरण कर देने की बात कही. ग्रामीण सरपंच की बातों में आ गये. लेकिन जब भी जाते सरपंच यही बात दोहराते हुए लोगो को खाली हाथ भेज देता था. बार बार सरपंच द्वारा बहाना बनाकर ग़ुमराह करना लोगो के गले नही उतरी और उन्होंने इस संबंध में अपने स्तर पर जानकारी जुटाई तो पता चला कि ..शौचालय निर्माण के लिए जारी आवंटन सरपंच-सचिव ने मिलीभगत करके आहरण कर लिया है ..और राशि हितग्राहियों को देने के बजाए खुद हजम कर बैठा है.
इस संबंध में प्रेमचंद गुप्ता, बालकुमार, गौरी और अन्य लोगों ने बताया कि सरपंच के आश्वासन के बाद हमने उधार लेकर अपने घरों में शौचालय का निर्माण कराया था. निर्माण के बाद हम जब भी सरपंच से पैसों की माँग करते वो केवल आश्वासन देकर हमे खाली हाथ लौटा देता था. सरपंच के आश्वासन के कारण हमने उधारी लेकर शौचालय का निर्माण कराया था. आज-कल करते सरपंच ने पूरा समय बिता दिया. अब देने से मना कर रहा है. अब चुनाव नजदीक है ऐसी स्थिति में हमे हमारा पैसा मिलने से रहा जिसकी वजह से हम अपना कर्ज चुका नही पायेंगे. उन्होंने ग्राम पंचायत में सरपंच द्वारा शौचालय निर्माण में किये गये घोटाले की जाँच की माँग करते हुए अधिकारियों से शौचालय निर्माण में व्यय राशि दिलाने की माँग की है.
इस संबंध में सीईओ जयगोविंद गुप्ता ने बताया कि ये उनके यहाँ आने से पहले का मामला है. फिर भी ग्रामीण इस संबंध में आवेदन देंगे तो निश्चित तौर पर कार्रवाई की जायेगी.