रायपुर। कोविड-19 के लक्षणात्मक मरीजों की पहचान के लिए कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के पहले दिन 5 अक्टूबर को प्रदेश भर के छह लाख 81 हजार 609 घरों में सर्वे किया गया। अभियान के अंतर्गत ग्रामीण और शहरी इलाकों में मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका, बहुउद्देश्यीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग का मैदानी अमला घर-घर जाकर कोविड-19 के संभावित मरीजों की जानकारी जुटा रहा है।
कोरोना सघन सामुदायिक सर्वे अभियान के पहले दिन स्वास्थ्य विभाग की विभिन्न टीमों ने जांजगीर-चांपा जिले में 66 हजार 855, रायगढ़ में 50 हजार 476, महासमुंद में 40 हजार 987, जशपुर में 40 हजार 762, राजनांदगांव में 35 हजार 904, रायपुर में 34 हजार 738, कबीरधाम में 34 हजार 658, कोरबा में 31 हजार 940, बिलासपुर में 29 हजार 060, बालोद में 24 हजार 983, दुर्ग में 24 हजार 529, कांकेर में 24 हजार 329, सूरजपुर में 24 हजार 118 और गरियाबंद में 22 हजार 843 घरों में पहुंचकर कोरोना के लक्षण वाले संदिग्ध मरीजों की जानकारी ली।
अभियान के तहत 5 अक्टूबर को धमतरी जिले में 22 हजार 179, मुंगेली में 20 हजार 321, कोंडागांव में 18 हजार 860, सरगुजा में 18 हजार 844, बलौदाबाजार-भाटापारा में 17 हजार 633, बलरामपुर-रामानुजगंज में 17 हजार 421, बेमेतरा में 15 हजार 798, कोरिया में 15 हजार 174, बस्तर में 15 हजार 171, सुकमा में दस हजार 939, गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में आठ हजार 077, दंतेवाड़ा में सात हजार 133, बीजापुर में पांच हजार 336 तथा नारायणपुर में दो हजार 541 घरों में सर्वे किया गया। कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए पूरे प्रदेश में यह सघन अभियान 12 अक्टूबर तक संचालित किया जाएगा।