रायपुर. पुरी के शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती जी महराज अपने छतीसगढ़ प्रवास पर हैं। उन्होंने आज प्रेस वार्ता को संबोधित किया और कई मुद्दों पर अपनी बात रखी। शंकराचार्य ने कहा मुझे 10 करोड़ साल बाद का भी दिखता है “मैं भी पत्रकार रह चुका हूँ” सबके पूर्वज हिन्दू थे इसलिए हम हिन्दू राष्ट्र कहते है। पक्ष और विपक्ष अपना हाथ खींच ले तो उसके बाद अगर नक्सल रहेगा तो मुझे बताए। हिंदू राष्ट्र में आरक्षण होगा क्या? आप आरक्षण का विरोध करते है? मैं वर्तमान आरक्षण व्यवस्था का विरोधी सनातन धर्म में जाति आधारित काम का आरक्षण है। लघु कुटीर उद्योग का एकाधिकार शुद्रो के पास ही था। मैं उसी का पक्षधर हूं
सुभाषचंद्र बोस पर शंकराचार्य का बड़ा खुलासा
महराज ने कहा कि सुभाष जी ही गुमनामी बाबा बनकर देश में घूमते थे नेहरू जी से सौदा हुआ था। सामने आ जाते तो सुभाष जी को फांसी हो जाती। बचपन में मेरा नाम ध्रुव चैतन्य ब्रह्मचारी था। मैने तब शंकर लाल शर्मा को इशारों में बताया था। मैने पूछा था क्या सुभाष जी से मिल आए।
नक्सलवाद पर शंकराचार्य का बड़ा बयान
पक्ष और विपक्ष के राजनेता समर्थक दोनो समर्थन बंद कर दें फिर कोई समस्या नहीं रह जाएगा। तब भी समस्या बची रह जाए तो हमे बताए, मैं खत्म कर दूंगा। देश में दंगा कराने वाले भी राजनेता ही हैं। भाजपा शासित राज्य में दंगे क्यों नही होते?
पूरी शंकराचार्य का अविमुक्तेश्वरानंद पर कटाक्ष करते हुए महराज ने कहा कि मेरे सामने वो बाल गोपाल है। उनके गुरु जिनसे पढ़े है, मैंने उस गुरु से दीक्षा ली है। उनके बयान में शील होना चाहिए था। हिंदू राष्ट्र का कही विरोध नहीं हो रहा, वो क्यों कर रहे है। मुझसे बुलवाकर विवाद न कराए।