रायपुर. गर्मी के बाद अब हर किसी को मानसून आने का इंतजार होता है। छत्तीसगढ़ मौसम विभाग ने लगातार पांचवे साल सामान्य बारिश का पूर्वानुमान जारी किया है। छत्तीसगढ़ में इस बार मानसून तीन दिन लेट दे आएगा। मिली जानकारी के मुताबिक चार जून को मानसून केरल में प्रवेश कर रहा है। तो वही 16 जून तक छत्तीसगढ़ आने की संभावना मौसम वैज्ञानिकों ने व्यक्त की है। विभाग ने जो आंकड़े जारी किए हैं उसके मुताबिक प्रदेश में 15 सालों में 14 बार लेट हुआ है लेकिन फिर भी औसत या ज्यादा वर्षा दर्ज हुई है।
एक मीडिया रिपोर्ट में भारत मौसम विज्ञान विभाग ने मंगलवार को कहा कि मई के पहले पखवाड़े में हीटवेव की स्थिति पश्चिमी विक्षोभ के कारण कम गंभीर थी, जिससे उत्तर पश्चिम भारत के कुछ हिस्से प्रभावित हुए। अगला पश्चिमी विक्षोभ उत्तर पश्चिम भारत में आ रहा है। भारत मौसम विज्ञान विभाग के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि हरियाणा, दिल्ली एनसीआर, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तर-पूर्वी राजस्थान में धूल भरी हवाएं चल रही हैं। इसके पीछे मुख्य कारण यह है कि एक पश्चिमी विक्षोभ गुजर चुका है और तेज हवाएं चल रही हैं।
मानसून की देरी से किसान ज्यादा प्रभावित
मानसून के समय से सक्रिय होने का खास महत्व है। वहीं इसकी देरी की वजह से कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अपने देश में खास तौर पर मानसून से किसान काफी प्रभावित होते है। बारिश पर ही उनकी खेती और बुवाई निर्भर रहती है। मानसून केरल से शुरू होकर देश के बाकी राज्यों में पहुंचता है। आपको बता दें कि इस बार सभी एजेंसियों ने भीषण गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है। विशेषज्ञों ने अल-नीनो प्रभाव की भी चेतावनी जारी की है, जिसमें प्रचंड गर्मी पड़ेगी। गर्मी के साथ-साथ आंधी तूफान और बाढ़ का खतरा भी बताया गया है।