रायपुर. झीरम हमलें की जांच को लेकर CM बघेल का बड़ा बयान सामने आया हैं। उन्होंने कहा कि, जिस दिन केंद्र में हमारी सरकार बनेगी दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। सीएम ने मोदी सरकार पर। निशाना बनाते हुए ये भी कहा कि पहले रमन्ना का नाम था। बाद में 2014 में प्रारंभिक रिपोर्ट प्रस्तुत किया, आश्रयजन ढंग से रमन्ना का नाम नही था। मोदी सरकार रमन्ना और गणपति को क्यों बचा रही हैं? CM ने कहा – डॉ रमन के खासमखास धरमलाल कौशिक ने आयोग गठन के बाद स्टेय लिया, BJP जांच में रुकावट क्यों डाल रही हैं? BJP किसको छुपाना चाह रही हैं?
जो सवाल मैंने उठाये हैं जवाब दे?
CM जगदलपुर रवाना होने से पहले रायपुर हेलिपैड में पत्रकारो से चर्चा करते हुए कहा- झीरम की दसवी बरसी हैं। श्रद्धांजलि देने जगदलपुर जा रहा हूं। झीरम को लेकर भाजपा बहुत हल्के ढंग से बात कर रही है। वो बहुत दुर्भाग्यपूर्ण हैं हास्यास्पद हैं। झीरम से पूरा देश दहल गया था। तत्कालीन UPA ने NIA की जाँच की घोषणा की थी। जाँच शुरू हुई और जो FiR हुई उसमे रमन्ना और गणपति का 2014 तक नाम था। संपति कुर्क का आदेश था कुछ समाप्ति कुर्क भी हुई। उसके बाद NiA की प्रारंभिक रिपोर्ट में उन दोनों का नाम नही था। मोदी सरकार रमन्ना और गणपति को क्यों बचा रहे हैं? यदि FiR में किसी का नाम आ गया तो हटता नहीं हैं। जवाब दे वो कैसे हटा भाजपा ने क्यों हटाया? जो आयोग की रिपोर्ट आई। उसे सरकार और CS को न देकर राजभवन में दिया जाता हैं ऐसा कभी हुआ हैं? जब खबरें चलने लगी हमने दो सदस्यीय टीम का गठन किया। धर्मलाल कौशिक उस पर स्टे ले आते हैं। जेठमलानी भाजपा नेता हैं केस लड़ते हैं, धर्मलाल कौशिक रमन सिंह के खासमखास हैं, नान पर भी कोर्ट से स्टे ले आते हैं, ये किस मुँह से बात करते हैं अब भाजपा को जवाब देना हैं। जैसे UPA की सरकार हटी NDA की सरकार आई केवल दंडकारण्य मान कर जाँच ख़त्म कर दी गई। भाजपा कहती हैं कि, जेब में पर्ची लेके घूम रहे हैं, उसका जवाब दे दे अब, जिस दिन केंद्र में हमारी सरकार बनेगी उस दिन दूध का दूध पानी का पानी होगा।