रायपुर. छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र के शून्यकाल में रायपुर में अमृतपाल के समर्थन में निकली रैली का मसला उठा। विपक्ष ने सरकार के इंटेलिजेंस पर सवाल खड़े किए। सदन में मंत्री रविंद्र चौबे ने बड़ा बयान दिया है। कहा- देश विरोधी गतिविधियों में कोई भी संलग्न रहे हम विरोध करेंगे। ऐसी गतिविधि में संलग्न किसी व्यक्ति को छग में सर उठाने नही दिया जायेगा। इस मामले में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से चर्चा की है, इसकी सतत मॉनिटरिंग की जा रही है।
बता दें कि, राजधानी में कल गुरुवार को खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के समर्थन में सिख समाज ने रैली निकाली। रैली में खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के पक्ष में नारेबाजी करते हुए पंजाब सरकार का पुतला भी फूंका गया। रैली में बच्चे, बुजुर्ग, महिलाएं सहित युवा शामिल हुए। हालांकि इस रैली की अनुमति पुलिस को नहीं होने की जानकारी सामने आई थी।
बढ़ते अपराध, नशे के कारोबार और रोड ऐक्सिडेंट के मामले पर भाजपा ने शून्यकाल में स्थगन लाया। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने कहा कि शांति का टापू आज अपराधगढ़ बन गया है। एनसीआरबी के रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में 1 साल में 1 लाख 11 हजार से अधिक अपराधिक मामले दर्ज हुए है। नेताप्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने कहा कि कोरबा के बांगो थाना में एसआई की मृत्यु संदिग्ध हालात में होती है, जब थाना सुरक्षित नहीं तो छग कैसे सुरक्षित होगा।खालिस्तानी के समर्थन में रैली निकल जाती है, इसमें सरकार ने संज्ञान नही लिया।
शून्यकाल में उठा अमृतपाल के समर्थन में निकली रैली का मसला
बीजेपी विधायक अजय चंद्राकर ने कहा कि छग के लिए अलार्मिंग है कि यहां खालिस्तान के समर्थन में रैली निकाली जा रही। पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सरकार के सभी तंत्र आज फेल हो गए है।किसी सोर्स को नहीं पता की खालिस्तानी के समर्थन में रैली निकाली जा रही।
बृजमोहन अग्रवाल ने लगाया आरोप- सरकार ने इस मामले पर संज्ञान नहीं लिया
सदन में संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे का बड़ा बयान, कहा- सरकार ने बैठक ली है, निर्देश भी दिए हैं। सदन में हंगामा, दोनों पक्षों के बीच नोक-झोंक शुरू हो गई।