रायपुर. नेता प्रतिपक्ष के बेटे पलाश चंदेल के खिलाफ पर दैहिक शोषण का मामला दर्ज हुआ है। जांजगीर की एक युवती ने मामला दर्ज कराया हैं। छत्तीसगढ़ जनजातीय आयोग में शिकायत दर्ज हुई हैं। इस विषय को लेकर अब कांग्रेस के पास बैठे बिठाए मुद्दा मिल गया हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने नेता प्रतिपक्ष को पद से हटाए जाने की मांग की हैं औऱ भारतीय जनता पार्टी पर गम्भीर आरोप लगाए हैं।
नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के पुत्र के ऊपर रेप के आरोप लगने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल के पुत्र के ऊपर रेप के आरोप लगे हैं, एफआईआर दर्ज हुआ है और पीड़िता ने आयोग के समक्ष बयान दर्ज कराये हैं। इसके बाद भाजपा को तत्काल नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल को पद से हटा देना चाहिए और उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए।
प्रवक्ता धनंजय ने कहा कि भाजपा को अब अपना नाम बदलकर बलात्कारी जन पार्टी रख लेना चाहिए, छत्तीसगढ़ से लेकर दिल्ली तक बेटियों के साथ हुई दैहिक शोषण छेड़छाड़ और रेप की घटनाओं में भाजपा नेताओं की संलिप्तता उजागर हो गई है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि भाजपा के लिए बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा लगती है और बेटियों के साथ हुए दुराचार की घटना में शामिल भाजपा नेताओं को बचाने के लिए झंडा लेकर सड़कों पर आंदोलन करती है। पीड़िता को डराती, धमकाती है और कानून को अपना काम करने नहीं देती है। उन्नाव, कठुवा की घटना पूरा देश ने देखा है, कैसे भाजपा के नेता झंडा लेकर बलात्कारियों को बचाने सड़कों पर उतरे थे। छत्तीसगढ़ में भी विधानसभा के उपचुनाव में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह से लेकर भाजपा के बड़े नेता एक बलात्कारी के लिए वोट मांग रहे थे, उनकी जयकारा लगा रहे थे।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता धनंजय सिंह ठाकुर ने कहा कि असल मायने में बेटियां सबसे ज्यादा असुरक्षित भाजपा नेताओं के कारण हैं। गुजरात में जिस प्रकार से भाजपा की सरकार ने 11 सजायाफ्ता बलात्कारियों को रिहा किया है, उससे बलात्कार जैसी घटनाओं की सोच रखने वाले घृणित मानसिकता के लोगों को बल मिला है। दंतेवाड़ा के उपचुनाव में भाजपा ने बलात्कारी को टिकट देकर बेटियों को डराने का काम किया था। जंतर मंतर में पहलवान बेटियां भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर आंदोलन कर रही है। दुर्भाग्य की बात है जिन बेटियों को मोदी सरकार संरक्षण देने का वादा कर रहे थे, उन्हीं बेटियों की शिकायत पर पीएमओ ने अब तक कार्यवाही नहीं की है।