रायपुर. Former CM Bhupesh Baghel’s father passes away: छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। दरअसल आज उनके पिता ने सुबह 6 बजे आखिरी सांसें ली। भूपेश बघेल के पिता का 89 साल की उम्र में निधन हुआ है। पूर्व सीएम भूपेश बघेल के पिता नंद कुमार बघेल पिछले 3 महीनों से राजधानी रायपुर के श्रीबालाजी हॉस्पिटल में भर्ती थे। श्रीबालाजी हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. दीपक जायसवाल ने बताया कि नंद कुमार बघेल लंबे समय से अस्वस्थ थे और काफी कमजोर थे। उन्होंने आज सुबह आखिरी सांसें लीं। वहीं उनके निधन के बाद पूर्व सीएम काफी भावुक हैं।
कई महीनों से अस्पताल में थे नंद कुमार बघेल
बता दें कि नंद कुमार बघेल कई महीनों से ब्रेन और स्पाइन से संबंधित पुरानी बीमारी से जूझ रहे थे। इसके साथ-साथ वह अनियंत्रित मधुमेह से भी पीड़ित थे। वहीं लकवा की वजह से उनके शरीर का काफी हिस्सा काम भी नहीं कर रहा था। काफी समय से वह वेंटिलेटर पर ही थे। वहीं चुनाव के दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने उनसे मुलाकात भी की थी। इस दौरान उन्होंने अपने पिता से आशीर्वाद भी लिया था। पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने खुद ट्विट कर उनसे मुलाकात की जानकारी दी थी। हालांकि विधानसभा चुनाव में भूपेश बघेल की सरकार को हार का सामना करना पड़ा था।
विवादों से रहा है नंद कुमार का पुराना नाता
नंद कुमार ने कभी भी राजनीति में सक्रिय रूप से भाग नहीं लिया। सिर्फ एक बार 1980 के दशक में उन्होंने स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में दुर्ग लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा था। नंद कुमार बघेल का जीवन भी काफी विवादों में रहा है। नंद किशोर ने ‘ब्राह्मणकुमार रावण को मत मारो’ नाम की एक किताब भी लिखी थी। इस किताब पर भी काफी बड़ा विवाद हुआ था। उन्होंने किताब के माध्यम से ये साबित करने की कोशिश की थी कि राम गलत थे और रावण को मारना गलत था। इस किताब को लेकर उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया था और 24 दिनों तक वह जेल में भी रहे। वहीं राम को लेकर ही विवादित बयान देने पर खुद भूपेश बघेल ने उन्हें जेल भिजवा दिया था।