रायपुर. छतीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने विशाल प्रदर्शन किया। अपनी 14 सूत्रीय मांगों को लेकर नया रायपुर के मंत्रालय इंद्रावती भवन में कर्मचारी अधिकारियों ने प्रदर्शन किया। ये प्रदर्शन सिर्फ रायपुर ही नही बल्कि प्रदेश भर के कर्मचारी अधिकारी कर रहे हैं। लंबित मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन करने का आज पहला दिन हैं। 14 स्तरीय मांगो को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। राज्य के सभी 146 ब्लॉक, तहसील एवं जिला मुख्यालय में प्रदर्शन हुआ। अधिकारी कर्मचारी संघ मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा।
14 सूत्रीय मांगो में ये विशेष मांगे शामिल
– 14 सूत्रीय मांगों पर वेतन विसंगति सहित अन्य मुद्दों के लिए गठित पिंगुआ कमेटी की रिपोर्ट तत्काल सरकार को सौंपी जाए।
– कर्मचारियों एवं पेंशनरों को केंद्र के समान लंबित 5% महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता दिया जाए।
– कांग्रेस घोषणा पत्र अनुसार राज्य कर्मचारियों को चार स्तरीय पदोन्नत वेतनमान दिया जाए।
– पुराना बस स्टैंड पंडरी, रायपुर को धरना स्थल घोषित किया जाए।
इन सभी मांगों को लेकर कर्मचारी चरणबद्ध तरीके से प्रदर्शन कर रहे।
फेडरेशन के प्रांतीय संयोजक कमल वर्मा एवं प्रदेश प्रवक्ता चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि शासन स्तर पर लंबित मांगों को लेकर आंदोलन की सूचना 27 फरवरी को मंत्रालय में मुख्यमंत्री सचिवालय एवं मुख्य सचिव को सौंपा गया है। फेडरेशन के निर्णय अनुसार प्रथम चरण में आज 3 मार्च को राज्य के सभी 146 ब्लॉक/तहसील एवं जिला मुख्यालय में शाम 3 बजे धरना प्रदर्शन एवं रैली आयोजित कर कलेक्टर, एस.डी.एम को सीएम और सीएस के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा।
रायपुर कलेक्टर कार्यालय में 1.30 बजे प्रदर्शन किया जाएगा। इंद्रावती भवन में कार्यरत कर्मचारी-अधिकारी इंद्रावती गेट क्रमांक 3 से मंत्रालय तक दोपहर एक बजे ध्यानाकर्षण रैली निकालकर प्रदर्शन करेगा। द्वितीय चरण 18 मार्च 2023 को राजधानी रायपुर में प्रांत स्तरीय एक दिवसीय धरना प्रदर्शन आयोजित है।