रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना के 258 नए मरीज मिले हैं। चार माह बाद एक दिन में सर्वाधिक तीन लोगों की मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार सर्वाधिक दुर्ग में 45, रायपुर में 40, बिलासपुर में 29, राजनांदगांव में 23, बेमेतरा में 20, जांजगीर चांपा में 10, बलौदाबाजार में 17 समेत अन्य जिलों में मरीज मिले हैं। रायपुर, जांजगीर चांपा और कांकेर में एक-एक मरीजों की मौत हुई है।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार जिन मरीजों की मौत हुई वे पहले से अन्य बीमारी से पीड़ित थे। राज्य में 10 हजार से अधिक सैंपल जांच में पाजिटिविटी दर 2.53 प्रतिशत है। महामारी नियंत्रण के संचालक डाक्टर सुभाष मिश्रा ने बताया कि बदलते मौसम में बीमारियां बढ़ने की आशंका बनी रहती है, इसलिए बीमारी के लक्षण दिखने पर तुरंत अस्पताल जाकर चिकित्सक से संपर्क करें। जिन्होंने कोविड का टीका और बूस्टर डोज लगवाई है, वे समय रहते खुद को टीकाकृत कर अपने और अपने परिवार को संक्रमण से बचाएं। इस मौसम में सर्दी-खांसी आम है, ऐसी स्थिति में घबराने के बजाय जागरूक रहने की आवश्यकता है। ऐसे लोग, जिनमें सर्दी-खांसी या कोरोना के लक्षण हों वे तुरंत जांच कराएं। मास्क का प्रयोग करें और सार्वजनिक स्थलों पर सतर्क रहें।
कोरोना से बचाव के लिए राज्य में अब छह माह में सतर्कता डोज लगेगी। केंद्र सरकार से निर्देश के बाद राज्य में लागू कर दिया गया है। दूसरी डोज लगे जिनके छह माह पूरे हो चुके हैं, वह लगवा सकते हैं। बता दें कि सतर्कता डोज के लिए नौ माह का इंतजार करना पड़ रहा था।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्वास्थ्य, पुलिस, सफाई कर्मी, शासकीय कर्मचारियों समेत 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को निश्शुल्क सतर्कता डोज टीकाकरण केंद्रों में लगाई जा रही है। जबकि, सामान्य लोगों को सतर्कता डोज निजी अस्पतालों में जाकर लगवाना है। निजी अस्पतालों में कोरोना से बचाव का टीका उपलब्ध नहीं होने के कारण 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोग सतर्कता डोज के लिए भटक रहे हैं।