रायपुर. विधानसभा में अनुपूरक बजट पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का भाषण शुरू हो चुका है। विपक्षी सदस्यों के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री बोल रहे हैं। सीएम ने कहा नक्सली शांत हैं तो इन्हें बर्दाश्त नहीं हो रहा है। अनुपूरक बजट जिस दिन आता है स्थगन नहीं लगता, इन्हें पता नहीं जो मुद्दा ये उठा रहे हैं ये ठिकने वाला नहीं है। ये घड़ियाली आंसू बहाने वाले लोग हैं। सट्टा की बात ये लोग कह रहे थे। महादेव एप के ख़िलाफ़ पूरे देश में कार्रवाई सिर्फ़ छत्तीसगढ़ में हुई। जब देखा कि यहाँ कार्रवाई हो रही है तब ये लोग दिल्ली भागे। ईडी से जाँच शुरू करवाई। जाँच शुरू हुई तो पता चला कि मध्यप्रदेश के नेताओं के नाम सामने आये। छत्तीसगढ़ ने नशा रोकने क़ानून बनाया। जनता जानती है कि झीरम घाटी का असली दोषी कौन हैं। जब हम जाँच के लिये आगे बढ़ते हैं तो यही लोग कोर्ट चले जाते हैं। याचिका लगाते हैं। बीजेपी के नेताओं की हत्या मामले में हमारे डीजी ने केंद्र सरकार को एनआईए जाँच के लिये चिट्ठी लिखी, क्यों जाँच नहीं कराई जाती?
ये बस्तर में हुई हत्या पर राजनीति करना चाहते हैं। 15 सालों तक रमन सिंह माता कौशल्या का मंदिर झांकने तक नहीं गये, ये क्या बात करेंगे। हमने माता कौशल्या का मंदिर बनवाया। ये लोग ठीक से हनुमान चालीसा तक नहीं पढ़ पाते। मुख्यमंत्री अपना भाषण दे ही रहे थे कि गर्भगृह में विपक्षी सदस्यों ने रघुपति राघव राजा राम भजन गाना शुरू कर दिया, फिर भी सीएम ने अपना भाषण जारी रखा और कहा ED में बीजेपी के बड़े बड़े नेताओं के नाम है, हम चोरों से डरने वाले नही है, जांच करना है तो करो हम डरने वाले नही है। सदन में विपक्षी सदस्यों ने गर्भगृह में ओम का उच्चारण किया।