रायपुर. भारतीय गायिका मैथिली ठाकुर इन दिनों छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंची हुई है। राम नवमी के अवसर पर VIP चौक स्थित श्री राम मंदिर में मैथिली अपने भजनों की झमाझम प्रस्तुति देगी। जिसकी भव्य तैयारी की गई है। पूरा रायपुर मैथिली की आवाज में भजन सुनने को बेताब है। और भजन से पहले मैथिली में प्रेस वार्ता को संबोधित किया प्रेस वार्ता में उन्होंने अपने कई मुद्दों पर विचार रखें।
मैथिली ठाकुर ने वेस्टर्न कलक्जर पर कहां कि वह समय अलग था जब वेस्टर्न चीजों के पीछे हम भाग रहे थे हैं। पिछले 6-7 सालों से मैं ऑब्जर्व कर रही हूं कि हमारे धर्म को बचाने के लिए हम सब जागरूक हो रहे हैं। हर दिन ऐसा लगता है की अच्छी-अच्छी चीजें हो रही हैं। हाल ही में अयोध्या में मंदिर का निर्माण मैंने देखा, रामलला के दर्शन करके आए। देखा किस प्रकार बड़े उम्र के लोग ही नहीं छोटी उम्र के लोग उपासक बन रहे हैं। भगवान के बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। उनको पूजने की कोशिश कर रहे हैं। हम यह नहीं बोल सकते कि वेस्टर्न चीजें हावी हो रही हैं। इस रास्ते पर हमारे धर्म को बचाने के रास्ते पर बहुत सारे लोग जुड़ते जा रहे हैं। यह बहुत बड़ी बात है।
मैथिली ने कहा- मुझे बहुत जल्दी एहसास हो गया कि मुझे क्या पसंद है मैं क्या करना चाहती हूं, इस चीज का एहसास होना ही बड़ी बात थी, और सही समय में पता चला कि मुझे भजन गाने में आनंद आ रहा है। लोकगीत में आनंद आ रहा है। मैं इसी में आगे बढ़ना चाहती हूं। पापा ने हम सभी के लिए रास्ता बना दिया है।
मेरे दादाजी दिन-रात भजन गाते रहते हैं मुझे बिठाकर भजन सिखा देते हैं जो मुझे प्रेरणा मिली है वह मेरे दादाजी से प्रेरणा मिली है
मैथिली ने कहा- धर्म पर राजनीति चलता रहेगा कभी खत्म नहीं होगा। बहुत सारे लोग अपना-अपना ओपिनियन देते रहेंगे। हमारा जो कर्तव्य है। हमें उसी हिसाब से काम करना चाहिए। राजनीति और धर्म के प्रति आस्था की बात अलग है दोनों को मिलाना नहीं चाहिए।
मेरा लक्ष्य कि मैं अपनी साधना में लगे रहु और अपने भजन से लोगों को प्रभावित करते रहू। बॉलीवुड से ऑफर आता है तो मेरा मन उस दिशा में नहीं है। ऑफर आता है तो मेरे पापा की जो आज्ञा रहेगी मैं वह करूंगी।
मैथिली ने आज के युवाओं को संदेश दिया और कहा कि मैं काफी बढ़िया महसूस कर रही हूं। मैं अपने लक्ष्य के पथ पर जब चलती हूं। तो मुझे सेटिस्फेक्शन फील होता है। जितने भी लोगों के मन में जो इच्छाएं हैं। जिस करियर में वह जाना चाहते हैं उसको जरूर पूरा करे। चाहे कितनी भी मेहनत लगे, डिटरमाइंड होकर अपने खुद के रास्ते बनाएं।