रायपुर. भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस पार्टी दोनों की ओर से आरोप-प्रत्यारोप जारी है। एक तरफ छत्तीसगढ़ में ईडी की कार्रवाई चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर छत्तीसगढ़ में 2000 करोड़ की शराब घोटाले का खुलासा किया गया था। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी लगातार सुनने को उठा रहे थे। इसी बीच कांग्रेस की तरफ से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर उन दिनों को याद दिलाया गया है। जब रमन सरकार के कार्यकाल में 4400 करोड़ का घोटाला हुआ था।
कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा- रमन सरकार के समय वर्ष 2017-18 में छत्तीसगढ़ की आबकारी से राजस्व प्राप्ति 3900 करोड़ रू. थी जो कांग्रेस की सरकार बनने के बाद वर्ष 2019-20 में 6000 करोड़ रू. हो गयी। रमन सरकार की तुलना में राजस्व प्राप्ति दुगुनी हो गयी। इस प्रकार स्पष्ट हो रहा है कि, रमन सरकार के समय सुनियोजित आबकारी घोटाला हो रहा था। जिससे सरकार के राजस्व में हानि हो रही थी। हमारे सरकार को बदनाम करने के लिये भाजपा के ईशारे पर ईडी घोटाले के मिथ्या आरोप लगा रही है। जबकि, हमारे सरकार के समय राजस्व बढ़ा है। ऐसे में रमन सरकार के घोटाले जिसमें स्पष्ट तौर पर राजस्व की कमी से भी साबित है घोटाला हो रहा हैं। जिसमें सीएजी ने भी सवाल खड़ा किया था। इसकी जांच करने का साहस ईडी क्यों नहीं दिखा रही है? हमारी मांग है कि, रमन सरकार के इस शराब घोटाले की ईडी जांच करे।
वही शराब घोटालें को लेकर BJP प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा – 2000 करोड़ का शराब घोटाला किया। इनके अधिकारी जेल में है। जमानत नही मिली है। सरकार घोटाले कर रही है। इनका जाना निश्चित है। गरीबों के निवाले में भ्रष्टाचार किया, गौमाता को भी भ्रष्टाचार करने में नही छोड़ा, सबका आह सरकार को लगेगा, पूरे 75 सीटों में सरकार की हालत खराब है।