रायपुर. छत्तीसगढ़ में बड़ा शराब घोटाला सामने आया है। बताया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ के बड़े राजनेताओं और नौकरशाहों की मदद से ये सब संचालित किया जा रहा था। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस शासित राज्य में इस 2000 करोड़ रुपये के शराब घोटाले का भंडाफोड़ किया है। ईडी ने इस मामले में मुख्य आरोपी अनवर ढेबर जो कि राजधानी के महापौर इज्ज ढेभर का भाई है उसको शनिवार को ही गिरफ्तार कर लिया था जिसे चार दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया गया है।
ईडी ने किया खुलासा
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार, अनवर ने एक बड़ी साजिश रची और घोटाले को अंजाम देने के लिए लोगों और संस्थाओं का एक व्यापक नेटवर्क तैयार किया। इसका उद्देश्य छत्तीसगढ़ में बेची जाने वाली शराब की प्रत्येक बोतल से अवैध रूप से पैसा एकत्र करना था। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस शासित राज्य के कई नौकरशाह और राजनेता भी ईडी की रडार पर हैं। शराब से प्राप्त होने वाला राजस्व (उत्पाद शुल्क) राज्य की आय का एक बड़ा सोर्स है। आबकारी विभाग के पास शराब की आपूर्ति को संचालित करने, नकली शराब से होने वाली घटनाओं को रोकने और राज्य के लिए राजस्व अर्जित करने तथा उपयोगकर्ताओं को गुणवत्ता वाली शराब सुनिश्चित करने की जिम्मेदारी होती है। ईडी ने आरोप लगाया था कि उनकी जांच से पता चला है कि अनवर ढेबर के नेतृत्व वाला आपराधिक सिंडिकेट इन सभी उद्देश्यों के उलट काम कर रहा था।