रायपुर, 21 जनवरी 2014
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह की अध्यक्षता में आज यहां नया रायपुर स्थित मंत्रालय (महानदी भवन) में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार प्रदेश के बस्तर एवं अन्य दूरस्थ इलाकों के अस्पतालों में आयुर्वेदिक, होम्योपैथिक और यूनानी चिकित्सा पद्धति के कुल 553 चिकित्सा अधिकारियों की विभागीय भर्ती की जाएगी। इसके लिए इन पदों को छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग से अलग कर भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राज्य सरकार के इस फैसले से प्रदेश के दूर-दराज क्षेत्रों में जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए कुशल मानव संसाधन के रूप में आयुर्वेद के 496, होम्योपैथी के 31 और यूनानी चिकित्सा पद्धति के 26 पदों में विभागीय भर्ती की जाएगी। बैठक में राज्य के अनुसूचित जातियों, जनजातियों, अल्पसंख्यकों और सफाई कामगार परिवारों के युवाओं को विभिन्न व्यवसायों के लिए ऋण उपलब्ध कराने की योजनाओं के लिए इनसे संबंधित राष्ट्रीय वित्त एवं विकास निगमों को वित्तीय वर्ष 2013-14 के लिए कुल 26 करोड़ 26 लाख रूपए की राज्य बैंक गारंटी देने का भी निर्णय लिया गया। इसमें से 13 करोड़ रूपए की बैंक गारंटी राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति वित्त एवं विकास निगम को और आठ करोड़ रूपए की बैंक गारंटी राष्ट्रीय अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम को दी जाएगी। राष्ट्रीय सफाई कामगार वित्त एवं विकास निगम को तीन करोड़ 26 लाख रूपए और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक वित्त एवं विकास निगम को दो करोड़ रूपए की बैंक गारंटी राज्य सरकार देगी। बैठक में प्रदेश सरकार के आगामी वित्तीय वर्ष 2014-15 के वार्षिक बजट पर भी मंत्रिपरिषद ने अपनी सहमति प्रदान कर दी।