स्थायी आजीविका हेतु प्रभावशाली पहल के लिए सम्पूर्ण राज्य को और
लीडरशिप श्रेणी में राजनांदगांव जिले को मिलेगा पुरस्कार
बालोद जिले की ग्राम पंचायत खरथुली को भी नवाजा जाएगा राष्ट्रीय पुरस्कार से
रायपुर, 29 जनवरी 2014
मनरेगा स्थापना दिवस पर दो फरवरी को छत्तीसगढ़ को मिलेंगे तीन राष्ट्रीय पुरस्कार
मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने जनता को दी बधाई
पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने भी प्रदेशवासियों को दी बधाई
केन्द्र सरकार द्वारा महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के स्थापना दिवस के अवसर पर आगामी दो फरवरी को छत्तीसगढ़ को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में होने वाले समारोह में तीन राष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किया जाएगा। इनमें से एक पुरस्कार राज्य को घोषित हुआ है, जबकि अन्य दो पुरस्कारों में से एक पुरस्कार राजनांदगांव जिले को और दूसरा पुरस्कार बालोद जिले की ग्राम पंचायत खरथुली को दिया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने इन उपलब्धियों के लिए प्रदेश की जनता को बधाई दी है। डॉ. रमन सिंह ने राजनांदगांव जिले के ग्रामीणों को और बालोद जिले की खरथुली ग्राम पंचायत के निवासियों की भी प्रशंसा करते हुए उन्हें शाबाशी दी है। पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री श्री अजय चन्द्राकर ने भी तीनों महत्वपूर्ण उपलब्धियों के लिए प्रदेशवासियों को बधाई दी है।
पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के अन्तर्गत मनरेगा परिषद के अधिकारियों ने आज यहां बताया कि राज्य स्तर के पुरस्कार के लिए ‘अभिसरण के माध्यम से स्थायी आजीविका’ यानी कन्वर्जेन्स श्रेणी में छत्तीसगढ़ को पूरे देश में प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है। राज्य को राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम पुरस्कार मिलेगा, अब इसी योजना के क्रियान्वयन में लीडरशिप श्रेणी में वर्ष 2012-13 के लिये प्रदेश के राजनांदगांव जिले का चयन किया गया है। इतना ही नहीं बल्कि इस योजना के तहत उत्कृष्ट कार्यो में वर्ष 2012-13 के लिये प्रदेश के बालोद जिले की ग्राम पंचायत खरथुली को राष्ट्रीय पुरस्कार घोषित किया गया है। महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) के तहत अंतर्गत छत्तीसगढ़ को प्राप्त होने वाले तीनों राष्ट्रीय पुरस्कार दो फरवरी को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के स्थापना दिवस के अवसर पर दिये जायेंगे। जिला स्तर के राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु चयनित 09-जिलों में छत्तीसगढ़ का राजनांदगाँव जिला तथा ग्राम पंचायत स्तर के राष्ट्रीय पुरस्कार हेतु चयनित 11-ग्राम पंचायतों में बालोद जिले के डौंडीलोहारा विकासखंड की ग्राम पंचायत खरथुली शामिल है। छत्तीसगढ़ को मनरेगा का राष्ट्रीय पुरस्कार वर्ष 2012-13 में इस योजना के तहत ग्रामीणों को 12 लाख 10 हजार मानव दिवस का रोजगार दिलाने और मनरेगा की राशि तथा अन्य विकास विभागों की योजनाओं को मिलाकर दो हजार 232 करोड़ रूपए की धनराशि से गांवों में रोजगार के अवसरों का सृजन करने पर दिया जा रहा है।
अधिकारियों ने बताया कि राजनांदगाँव जिले को यह पुरस्कार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में किये गये उत्कृष्ट कार्यों के लिए दिया गया है। राजनांदगांव जिले द्वारा राज्य में सर्वाधिक 29 हजार 367 परिवारों को 100-दिवस का रोजगार उपलब्ध कराया गया है, राजनांदगांव जिला एक सौ दिवस रोजगार प्रदाय के मामले में पूरे देश के 82-आई.ए.पी. जिलों के प्रथम-7 जिलों में शामिल है। योजना प्रारंभ होने से लेकर अभी तक के निर्माण कार्यों की पूर्णता में जहाँ जिला-राजनांदगाँव पूरे राज्य में 93.4 प्रतिशत कार्य पूर्ण करके सबसे आगे है, वहीं राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम 10-जिलों में से एक है। राज्य में वित्तीय वर्ष 2012-13 में लेबर बजट के लक्ष्य एक लाख 62 हजार 194 परिवारों के विरुद्ध दो लाख 27 हजार 589 परिवारों को रोजगार उपलब्ध कराया गया है। इसी क्रम में राज्य में सर्वाधिक 116.54 लाख श्रम दिवसों का सृजन किया गया। जिले में योजनांतर्गत महिलाओं की सहभागिता भी उल्लेखनीय रही है। उपलब्ध कराये गये रोजगार में महिलाओं की सहभागिता 55 प्रतिशत रही। राष्ट्रीय स्तर पर आई.ए.पी. जिलों में राज्य का स्थान प्रथम-7 जिलों में है।
अधिकारियों के अनुसार ग्राम पंचायत-खरथुली को यह पुरस्कार महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना अंतर्गत वित्तीय वर्षः 2012-13 में योजना संबंधी जागरुकता हेतु किये गये कार्य, विभिन्न श्रेणी के कार्यों के क्रियान्वयन विशेषकर भूमि-सुधार के कार्य एवं बैंक के माध्यम से मजदूरी भुगतान करने जैसे प्रयासों के लिये दिया जा रहा है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति एवं महिलाओं द्वारा सृजित श्रमदिवसों में विगत तीन वर्षों में लगातार वृद्धि दर्ज की गयी है। वहीं रोजगार प्राप्त करने वालों में महिलाओं की हिस्सेदारी 50 प्रतिशत रही है। हितग्राही मूलक कार्यों के अंतर्गत हल्बा जाति के हितग्राहियों को पशुओं के लिए पक्का फ्लोर एवं यूरिन टैंक निर्माण जैसे कार्यों से लाभान्वित किया गया है।