प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने cm बघेल पर कसा तंज..उठाए ये सवाल..

रायपुर: भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर कांग्रेस द्वारा की जा रही सस्ती राजनीति पर तीखा हमला बोलते हुए सवाल किया है कि सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं को लेकर कांग्रेस दोहरे राजनीतिक मापदंड क्यों अपना रही है?

श्रीवास्तव ने कहा कि भाजपा पर इन घटनाओं के परिप्रेक्ष्य में दलगत आधार पर राजनीति करने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस के पहले अपने गिरेबान में झाँकना चाहिए।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम को याद दिलाया कि उनकी प्रदेश सरकार के एक मंत्री शिव डहरिया ने तो हाथरस की घटना की तुलना में छत्तीसगढ़ में सामूहिक दुष्कर्म की घटना को ‘छोटी-मोटी’ बताकर प्रदेश की समूची नारी शक्ति के स्वाभिमान को ही लहूलुहान करके रख दिया था ।और बेटियों-बेटियों में फ़र्क़ करके कांग्रेस की अब तक की सबसे शर्मनाक राजनीतिक सोच का परिचय दिया था।

श्रीवास्तव ने सवाल किया कि प्रदेश सरकार के अपने ही मंत्री की इस ओछी मानसिकता पर प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते स्वयं मरकाम ने अब तक क्यों चुप्पी साध रखी है?

उनका कहना है कि छत्तीसगढ़ कांग्रेस के लोग हाथरस की घटना को लेकर जितना विचलित दिख रहे हैं, उतनी संजीदगी यदि वे प्रदेश में नारी-सम्मान की रक्षा को लेकर दिखाते तो शायद आज प्रदेश सामूहिक दुष्कर्म के मामलों को लेकर शर्मसार नहीं होता।

सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं की जाँच पर सवाल करके प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सत्य और तथ्य से मुँह चुराकर झूठ और भ्रम फैलाने में लगे हैं। हाथरस की घटना में तत्परता से वहाँ की योगी आदित्यनाथ की सरकार ने कार्रवाई की है, यह पूरा देश देख रहा है।

भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में बस्तर से लेकर सरगुजा तक महिलाओं की अस्मत और जान, दोनों साँसत में है। भाजपा पर सवाल उठाने वाले प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मरकाम तो अपने ही क्षेत्र में घटे सामूहिक दुष्कर्म के मामलों को लेकर मुँह में दही जमाकर बैठे हैं।

जिस प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के अपने क्षेत्र में सामूहिक दुष्कर्म के मामले को दबाने के लिए पुलिस 10-10हज़ार रुपए रिश्वत लेने के लिए जानी जा रही है, जिस कोंडागाँव में महिला के साथ ट्रक में दुष्कर्म हो जाता है, उस कोंडागाँव की घटनाओं पर मरकाम अपनी प्रदेश सरकार के सामने जुबान तक नहीं खोल पा रहे हैं।

श्रीवास्तव ने पूछा कि आदिवासियों के नाम पर राजनीति करने वाले कांग्रेस के लोगों को अपने ही शासन में आदिवासी बहन-बेटियों की अस्मत पर लगातार हो रहे हमले को लेकर कब शर्म महसूस होगी?

भाजपा न केवल प्रदेश, अपितु देश के किसी भी हिस्से में मातृशक्ति के मान और सम्मान को राजनीति का विषय नहीं बनाकर पूरी शिद्दत से उसकी रक्षा के लिए प्रतिबद्ध रही है और भविष्य में भी अपनी इस प्रतिबद्धता पर कभी सवाल उठाने का कोई अवसर हम नहीं आने देंगे।

प्रदेश प्रवक्ता श्रीवास्तव ने मुख्यमंत्री बघेल के ट्वीट पर भी तंज कसा और कहा कि हाथरस की घटना को लेकर अपने राजनीतिक अस्तित्व के लिए जूझ रही कांग्रेस के दोहरे मापदंड से प्रदेश सरकार भी अछूती नहीं है।

कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा हाथरस के लिए बेचैन हो जाते हैं, पर राजस्थान, महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ में सामूहिक दुष्कर्म की घटनाओं पर उनकी कोई टिप्पणी तक नहीं आती। श्री श्रीवास्तव ने कहा कि मुख्यमंत्री को भी अब जाकर यह ‘ज्ञान’ हुआ है कि महिलाओं पर अत्याचार कहीं भी हो, सरकार किसी की भी हो, ज़वाबदेही सबकी तय होनी चाहिए।

तो फिर मुख्यमंत्री बघेल अब तक प्रदेश में लगातार सामूहिक दुष्कर्म की सामने आईं घटनाओं को लेकर चुप्पी क्यों साधे बैठे हैं?

उनका कहना है अपने मंत्री डहरिया के बिगड़े बोल पर उन्होंने उन्हें मंत्रिमंडल से बर्ख़ास्त करना तो दूर, अब तक कोई जवाब तलब करना भी नहीं समझा।

महिलाओं की अस्मत लुटने के मामलों पर भी ओछे राजनीतिक चरित्र का परिचय देने वाले अपने ही मंत्री से ज़वाब तक नहीं मांग सकने वाले मुख्यमंत्री अब ज़वाबदेही तय करने की बात कर रहे हैं, इससे बड़ा राजनीतिक पाखंड और क्या हो सकता है?