दंतेवाडा. वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम के लिए सरकार कई अहम निर्णय ले रही है. लॉकडाउन की समय सीमा और बढ़ा दी गई है. इसी बीच छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों की एक करतूत का खुलासा हुआ है. राज्य सरकार द्वारा ग्रामीण इलाकों में 2 महीने का राशन एक साथ बांटा जा रहा है. ताकि आदिवासी व ग्रामीण इलाकों में किसी को परेशानी नहीं हो. लेकिन ग्रामीणों के राशन पर नक्सली डाका डाल रहे हैं. ग्रामीणों के राशन को लूटने की शिकायत पुलिस से की गई है.
दंतेवाड़ा पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली ग्रामीणों के राशन में डाका डाल रहे हैं. ग्रामीणों को मिलने वाले दो महीनों के राशन में नक्सली उसे दो हिस्सो में बांट रहे हैं. एक हिस्सा नक्सलियों का तो दूसरा ग्रामीणों का. दंतेवाडा एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने खबर की पुष्टि करते हुए बताया कि लॉकडाउन में नक्सलियों की हालात भी खराब हो चुकी है. कहीं से उनके पास पैसों का स्रोत आना बंद हो चुका है. इसलिए नक्सली अब ग्रामीणों के मिलने वाले राशन को हो लूट रहे है.
दंतेवाड़ा एसपी डॉ. पल्लव के मुताबिक अरनपुर, बारसूर और कटेकल्याण थाना क्षेत्र से राशन लूटने की लगातार खबर मिल रही है. इसके साथ ही नक्सलियों ने ग्रामीणों पर हर परिवार से 500 रुपये वसूलने की बात भी सामने आ रही है. सरकार कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए हर सम्भव प्रयास कर रही है. जबकि नक्सली ऐसे समय मे भी ग्रामीणों के राशन की लूटमारी कर रहे हैं.
मिली जानकारी के अनुसार नक्सलियों के खेमें में लॉकडाउन के दौरान रसद समाग्रियों का आभाव हो गया है. इसी के चलते वे अब राहत के तौर पर ग्रामीणों को दिए जाने वाली समाग्रियों को लूट रहे हैं. बताया गया कि नक्सलियों ने ग्रामीणों से प्रति परिवार 500 रुपए तय किया है. साथ ही वे आधे राशन को ग्रामीणों से उनकी गाड़ी में ही पहाड़ के नीचे तक ले जा रहे हैं. फिर उसे अपने ठिकाने तक पहुंचा रहे हैं.