अनिल उपाध्याय, सीतापुर। बाजारडाँड़ स्थित सार्वजनिक तालाब गहरीकरण कार्य के दौरान नगर पंचायत द्वारा बरती गई लापरवाही के कारण तालाब जानलेवा हो गया है। जिसकी वजह से यह सार्वजनिक तालाब हादसों का तालाब होता जा रहा है। दो दिन पहले इस तालाब में हुये एक हादसे में नहाने गई एक महिला की गहरे पानी मे डूबने से मौत हो गई, जिसकी लाश पुलिस ने लोगो के सहयोग से तालाब में जाल डालकर बड़ी मशक्कत से बाहर निकलवाया।महिला की हुई अकाल मौत से पूरा परिवार सदमे में है।
विदित हो कि तीन वर्ष पूर्व नगर के बाजारडाँड़ में स्थित सार्वजनिक तालाब का नगर पंचायत द्वारा गहरीकरण कार्य कराया गया था। दरअसल यह तालाब नगर का एक मात्र तालाब है जो पूरे नगरवासियों के निस्तारी के काम आता है लोग इस तालाब के घाट पर नहाना धोना, पूजा पाठ से लेकर श्राद्ध कर्म तक करने आते है, लेकिन नगर पंचायत ने इस तालाब की ऐसी दुर्गति कर दी है कि नगर का एक मात्र सार्वजनिक तालाब हादसों का तालाब बनता जा रहा है। तालाब गहरीकरण के दौरान बरती गई तकनीकी खामियों के कारण तालाब के सभी घाटों में संतुलित ढालान बनाने के बजाये सतही तौर पर उसे काफी गहरा कर दिया गया। जिस वजह से नहाने के दौरान जानकारी के अभाव में लोग गहराई में चले जाते है। जिससे उनकी जान पर बन आती है।
अभी चल रहे श्राद्ध कर्म के दौरान एक परिवार जानकारी के अभाव में गहरे पानी मे चला गया था। जिसे वहाँ मौजूद लोगों ने बड़ी मशक्कत से बचाया था। अभी दो दिन पहले हुये एक हादसे में नहाने के दौरान गहरे पानी मे डूबने से 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई। मृतिका सुखमती बाई पति जग्गू माँझी 45 वर्ष निवासी कतकलो मैनपाट सपरिवार सीतापुर में रहती थी और मेहनत मजदूरी करके जीवन यापन करती थी। रविवार को सुबह वो तालाब में नहाने गई थी नहाने के दौरान उसका पैर फिसला और वो गहरे पानी मे जा समाई। लोग जब तक उसे बचा पाते वो तब तक उसकी गहरे पानी मे डूबने से मौत हो चुकी थी। घटना के बाद मौके पर पहुँची पुलिस ने लोगो के सहयोग से तालाब में जाल बिछाकर बड़ी मशक्कत के बाद उसका शव बाहर निकलवाया था और पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौप दिया था।
तालाब में नहाने गई महिला की डूबने से हुई अकाल मौत ने पूरे परिवार को झकझोर कर रख दिया। इस हादसे के बाद से पूरा परिवार सदमे में है।