दुर्ग-भिलाई… ग्राम नंदौरी में चोरी और हत्या की वारदात को पुलिस ने 36 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। हत्यारा ग्राम नंदौरी की सेवा सहकारी समिति मे बतौर कैशियर कार्यरत कर्मचारी का बेटा है। जिसने बडे ही शातिराना अंदाज में घटना को अंजाम दिया था। मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार करने के साथ ही चोरी किए गए 8 लाख कैश और घटना में प्रयुक्त बाईक और सब्बल को जप्त कर लिया है।
दरअसल, दुर्ग जिले के ग्राम नंदौरी में यह घटना 16 जून की रात घटित हुई थी। जिसकी जानकारी पुलिस को 17 जून की सुबह प्राप्त हुई। सेवा सहकारी समिति का हरिशंकर वर्मा लहू लुहान अवस्था में पुलिस को मिला। वही आलमारी और लाॅकर टूटा मिला और उसमें रखा कैश गायब मिला। मामले को सुलझाने के लिए पुलिस ने पाँच टीमों का गठन किया। जिसने अलग-अलग दिशाओं में कार्य किया।
जांच में पाया गया कि आलमारी और लाॅकर को पहले खोला गया और उसे तोडने का बनावटी रूप दिया गया। जब इस दिशा में जांच की गई तो आरोपी पकडा गया। आरोपी समिति में बतौर कैशियर कार्य करने वाला ओम प्रकाश बंजारे का छोटा बेटा नितिश बंजारे निकला। जिसने अपने महंगे शौक को पूरा करने के लिए इस घटना को अंजाम दिया था।
पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार करने के साथ साथ चोरी किए गए 8 लाख रूपए और घटना में प्रयुक्त सब्बल को भी जप्त किया है। घटना के बाद आरोपी ने तोडे गए ताले को एक खेत में फैंक दिया था। वही घटना के दौरान पहनी गई टीशर्ट को अपने घर ग्राम पंचदेवरी में जला दिया था। ताकि कोई सुराग हाथ न लगे। पुलिस ने आरोपी की पास से घटना में उपयोग लाई गई प्लेजर को भी जप्त कर लिया है। इस तरह से पुलिस ने 36 घंटे के भीतर हत्या और चोरी की वारदात को सुलझाने में सफलता प्राप्त की है।