जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार का पहला बजट आज शुक्रवार को पेश हुआ। वित मंत्री ओपी चौधरी ने 1 लाख 47 हजार 5 सौ करोड़ बजट प्रस्तुत किया। इस बजट के संबंध में भाजपा जिला उपाध्यक्ष अमर सुल्तानिया ने कहा कि यह बजट मोदी की गांरटी वाली और और अमृत काल के नींव का बजट है। इस बजट में सभी वर्गों का ध्यान रखा गया है। इस बजट से प्रदेश का समूचित और सर्वांगीण विकास होगा। उन्होंने कहा कि इस बजट में गरीब, युवा, किसान और महिला वर्ग की आर्थिक उन्नति का विशेष ध्यान रखा गया है, जिसकी वास्तव में जरूरत थी। कृषक उन्नति योजना, प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, चिराग योजना, राष्ट्रीय कृषि योजना से जुड़ी सुविधाओं में विस्तार किया गया है।
जिला भाजपा उपाध्यक्ष अमर सुल्तानिया ने कहा कि यह बजट अमृतकाल की नींव का बजट है। आम जनता की उम्मीदों पर खरा उतरते हुए भाजपा सरकार और वित मंत्री ओपी चौधरी ने बजट में सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय को परिपूर्ण किया है। जिसमें मुख्यमंत्री खाद्य सुरक्षा योजना में 5 साल की बढ़ोतरी, यूपीएससी परीक्षा की तैयारी के लिए सीटों की संख्या तीन गुना बधाई गई, प्रदेश में 46 हॉस्टल निर्माण के लिए 78 करोड़ का प्रावधान किया गया, सड़कों की दशा सुधारने पीएमजीएसवाई के लिए 94 करोड़ का प्रावधान, ग्रामीण क्षेत्रों में स्वच्छ भारत के लिए 400 करोड़ का प्रावधान, मनरेगा के लिए 2788 करोड़ का प्रावधान, पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के बजट में 70 फीसदी की बढ़ोतरी, नवीन सिंचाई परियोजनाओं के लिए 300 करोड़ का प्रावधान, कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने नए एग्रीकल्चर कॉलेज, किसानों के ब्याज अनुदान के लिए 317 करोड़ का प्रावधान, कृषि विभाग के बजट में 33 फीसदी की बढ़ोतरी, श्री राम लाल दर्शन के लिए 35 करोड़ का प्रावधान, जल जीवन मिशन में 4500 करोड़ का प्रावधान, कृषि उन्नति योजना के लिए 10 हजार करोड़ का प्रावधान जैसे जनहितैषी प्रावधान शामिल हैं।
अमर सुल्तानिया ने कहा कि छत्तीगसढ़ देश के अन्य राज्यों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़े इसका स्पष्ट सपना और स्पष्ट लक्ष्य का रोडमैप प्रदेश की भाजपा सरकार तैयार कर रही है। प्रदेश को विकासशील से विकसित राज्य बनाने के विजन के साथ यह बजट तैयार किया गया है जिसकी वजह से इसे अमृतकाल छत्तीसगढ़ विजन एट 2047 नाम दिया गया है। पुरानी सरकार के द्वारा लाई गई तमाम चुनौतियों के बावजूमद प्रदेश सुशासन के साथ इकोनॉमिक डेवलपमेंट, तकनीक आधारित रिफॉर्म के पथ पर अग्रसर है। वहीं छत्तीगसढ़ के तीज त्यौहार, सांस्कृतिक साहित्य को बढ़ावा देने। जांजगीर-चांपा जिले सहित कई जिलों में औद्योगिक नीतियों को बढ़ावा देने की योजना है।