- चलगली थाना क्षेत्र के अमरपुर प्राथमिक पाठशाला का मामला
- प्रा0शाला का प्रधानपाठक आदिवासी मासूम बच्चियो को कमरे में बुलाता था एकेला
- कपडे उतारकर मासूमो के साथ करता था मुंह काला करने वाला अनैतिक कृत्य
अम्बिकापुर
बलरामपुर जिले के चलगली थाना क्षेत्र में एक कलयुगी शिक्षक की करतूत नें शिक्षा जैसे पवित्र पेशे को एक बार फिर से बदनाम करने का प्रयास किया है । जिले के अमरपुर प्रथामिक शाला के प्रभारी प्रधान पाठक के खिलाफ स्कूल के सामने हुए परिजनो के प्रदर्शन के बाद ये मामला सतह में आया कि प्रधानपाठक लंबे अर्से से स्कूल की मासूम आदिवासी छात्राओ से लगातार छेडछाड और अनैतिक कार्य कर रहा था ।
दरअसल बलरामपुर जिले के चलगली थाना क्षेत्र के कर्री चलगली पंचायत के गांव अमरपुर प्राथमिक पाठशाला का प्रभारी प्रधान पाठक शंभु प्रजापति लंबे समय से स्कूल की मासूम आदिवासी छात्राओ को अकेले में बुलाकर उनके साथ अनैतिक कृत कर रहा था… इसी बीच ये बात मासूम छात्राओ के द्वारा परिजनो तक पंहुची और आज परिजनो नें स्कूल के सामने प्रधानपाठक के खिलाफ जमकर नारेबाजी की… जिसके बाद मामला खण्ड शिक्षा अधिकारी के पास पंहुचा.. और संकुल प्रभारी औऱ जनशिक्षक अमरपुर गांव पंहुचे.. यंहा पंहुच कर जब प्रधान पाठक की हैवानियत का किस्सा अधिकारियो नें मासूमो के मुंह से सुना… तो सुनने वालो के सर भी शर्म से झुक गए….इधर अधिकारियो की इस काउंसलिग के बाद पीडित के एक परिजन नें सबसे पहले आरोपी प्रधान पाठक शंभु प्रजापति के खिलाफ चलगली थाना में मामला दर्ज कराया.. समाचार लिखे जाने तक दो और परिजन अपनी बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म और छेडछाड की शिकायत करने थानें में पंहुच चुके है । फिलहाल पुलिस आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है ।
फिलहाल परिजनो की शिकायत पर चलगली पुलिस ने आरोपी प्रधानपाठक के खिलाफ छेडछाड की धारा 354, दुष्कर्म की धारा 376 के साथ ही पाक्सो एक्ट के तहत अपराध पंजीबद्द कर लिया है.. पाक्सो एक्ट 18 साल से कम उम्र की बालिकाओ के साथ दुष्कर्म के मामले में दर्ज किया जाता है। जिसमें आजीवन कारावास का प्रावधान है। बहरहाल बच्चियो की हिम्मत से परिजनो तक पंहुचे इस मामले के बाद आरोपी पुलिस हिरासत में है ।