घर से बिन बताये भागी नाबालिग़ को पड़ोसी युवक ने बचाया..
शक के आधार पर..चाइल्ड लाइन व पुलिस ने किया युवक को गिरफ्तार..
अम्बिकापुर
शहर के नमनाकला रिंग रोड में गांधी चौक के पास बस बैठी नाबालिग को एक युवक के द्वारा जबरन बस से उतरने के लिए प्रेरित कर रहे युवक को चाइल्ड लाइन की मदद से गांधीनगर पुलिस ने शक के आधार पर गिरफ्तार कर लिया था। दरअसल अकेली नाबालिग को जबरन बस से उतारने का प्रयास कर रहे युवक को देख वहा मौजूद किसी शख्स ने इसकी सूचना फोन पर चाइल्ड लाइन को दी जिस पर तुरंत चाइल्ड लाइन की टीम मौके पर पहुची और पुलिस की मदद से युवक व नाबालिग लडकी को थाने ले जाया गया। जहां परिजनों के आने के बाद युवक तो उनके परिचय का ही निकला जिससे मामले में एक संशय ख़त्म हो गया लेकिन घरवालो से नाराज नाबालिग के घर वापस जाने पर अभी भी असमंजस की स्थित बनी हुई है।
मामले की जानकारी देते हुए चाइल्ड लाइन के अधिकारी ने बताया की उन्हें किसी सज्जन ने घटना की जानकारी फोन पर दी जिस पर तुरंत सक्रियता दिखाते हुए चाइल्ड लाइन की टीम पुलिस के साथ गांधी चौक पहुची और नाबालिग लडकी व युवक को शक के आधार पर थाने लाया गया । लडकी कुछ बोल नहीं रही थी और बस रोये जा रही थी लिहाजा महिला काउंसलर के द्वारा नाबालिग की काउंसलिग की बात कही। वही इस मामले में शक के आधार पर गिरफ्तार किये गए युवक ने चाइल्ड लाइन को जवाब देते हुए लडकी को अपनी बहन बताया, युवक ने यह भी बताया की लडकी सूरजपुर जिले के जरही की रहने वाली है वही युवक बगल की ही कालोनी भटगांव का रहने वाला है।
परिजनों के आने के बाद सामने आई सच्चाई..पड़ोसी युवक को परिजनों ने ही कहा था ढूढने..
वही लडकी के परिजनों के आने के बाद इस भ्रम से पर्दा तब उठा जब परिजनों ने गिरफ्तार युवक को बेक़सूर बताते हुए पुलिस को बताया की उनकी बेटी मानसिक रूप से कमजोर है है जिस कारण वो जरही से अम्बिकापुर की और आने वाली बस में बैठ गई थी जिसकी सूचना लडकी के परिजनों ने अपने पड़ोसी को दी जिसके बाद पड़ोसी का बेटा जो अम्बिकापुर में ही नौकरी करता है उसे फोन पर जानकारी दे कर लडकी की पतासाजी करने को कहा गया। जिसके बाद युवक ने बस को रुकवाकर अपने पड़ोस की लडकी को समझा कर बस से उतारने का प्रयास किया लेकिन डरी हुई लडकी उसकी बात मानाने को तय्यार नहीं थी जिस पर मौजूद लोगो को शक हुआ और मामला थाने पंहुच गया।
लडकी के घर जाने पर असमंजस.. चाइल्ड लाइन और पुलिस कर रही मसक्कत..
हालाकी मौजूद लोगो ने सूझ बूझ का परिचय दिया लेकिन युवक की ही तत्परता से आज ये नाबालिग साथ सुरक्षित है। वही चाइल्ड लाइन व पुलिस ने भी मामले में बेहतर समझदारी का परिचय देते हुए मामले की सच्चाई को सामने लाया है लेकिन घर वालो से नाराज नाबालिग की घर वापसी पर अभी भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है, लिहाजा अब पुलिस और चाइल्ड लाइन नाबालिग के काउंसलिंग के बाद ही किसी नतीजे पर पहुचने की बात कह रहे है,