बारिश में कई स्कूलों का हाल बेहाल..टपकती छत के नीचे पढ़ना मजबूरी…!

अम्बिकापुर

उदयपुर से क्रांति रावत 

विकास खण्ड उदयपुर अंतर्गत प्राथमिक एवं माध्यमिक विद्यालय भवनों की स्थिति काफी दयनीय है। कहीं छत का प्लास्टर गिर रहा है तो कहीं छत से टपकता हुआ पानी क्लास रूम को तर बतर किये हुये है। शिक्षक और इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चे इन्ही हालातों में अपना भविष्य गढ़ने को विवश है। लगातार दो तीन दिनों से हो रही बारिश से इन विद्यालयीन भवनों के गुणवत्ता की पोल खुलती जा रही है।

शासकीय प्राथमिक शाला पण्डोपारा मुड़गांव और माध्यमिक शाला बासेन इसके ताजा उदाहरण है। विद्यालयीन समय पर आकर शिक्षकों ने देखा तो पण्डोपारा स्कूल की छत का प्लास्टर गिरा हुआ था। गनीमत यह है कि स्कूल समय के पहले यह घटना हुई अगर पढ़ाई के दौरान ही यह घटना होती तो गंभीर हादसा की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता था। विद्यालय में अतिरिक्त कक्ष की व्यवस्था नहीं होने से बच्चे उन्ही परिस्थितियों में टूटते छत की प्लास्टर के नीचे ही बैठकर अध्ययन का कार्य कर रहे थे। उसके बाद वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में बगल में लगने वाले आंगनबाड़ी केन्द्र में पढ़ाई हेतु व्यवस्था की गयी। इसी तरह माध्यमिक शाला बासेन की स्थिति भी काफी दयनीय है सारे कमरों में छत से पानी टपकता है। फर्श पूरी तरह से पानी से सराबोर रहता है। विद्यालय की पुस्तकें भी टपकते पानी में भीग जा रही हैं। बारिश में बच्चों और शिक्षकों द्वारा इन परिस्थितियों में सामंजस्य बिठाकर अध्ययन अध्यापन का कार्य करने को मजबूर। आजादी के 70वीं वर्षगांठ मनाने की तैयारी भी विद्यालय परिवार द्वारा इन्ही हालातों में की जा रही है। वरिष्ठ अधिकारियों को सूचना के बाद भी इन भवनों के मरम्मत हेतु ठोस पहल नहीं किया जाना अपने आप में काफी सवाल खड़े करता है।