मैनपाट क्षेत्र में सप्ताह भर से हाथियों के आतंक से सहमे ग्रामीणों का भय अभी तक कम नहीं हो सका है। क्षेत्र में हाथियों के डटे रहने के कारण कई ग्रामीण अपने रिष्तेदारों के घर पनाह ले चुके है तो वहीं गांव के लोग रात में अपने घर छोड़कर इस ठंड में बाहर राते बिता रहे है। दिन में भी ग्रामीणों ने अपना घर छोड़ दिया है। पूरे परिवार के साथ स्कूल भवन व सामुदायिक भवन में रह रहे है। 25 हाथियों का समूह अभी भी क्षेत्र में कंडराजा जंगल में डेरा जमाये हुये है। पिछले एक सप्ताह से मैनपाट के तराई इलाकों में लगभग 22 से 25 घरों को ढहाने व ग्रामीणों के घर रखे अनाज को बरबाद करने सहित कई लोगों को घायल करने के बाद भी हाथियों का दल क्षेत्र में डटा हुआ है। बताया जा रहा है कि हाथियों के दल में एक हथनी गर्भवती है। जिसके कारण यह दल आगे नहीं जा पा रहा है। हाथियों के कंडराजा जंगल में डटे रहने से ग्राम कंडराजा व उसके आसपास के सभी गांव के लोग अपना घरबार छोड़ चुके है। डर व भय से ग्रामीणों की राते घर से बाहर ठंड में बीत रही है। पूरी रात ग्रामीण परिवार के साथ घर से बाहर अलाव जलाकर रह रहे है। दिन में भी हाथियों का भय इतना बढ गया है कि ग्रामीण अपना घर न जाकर स्कूल भवन व सामुदायिक भवन में डेरा जमाये हुये है।