महासमुंद. जिले से नाबालिग लड़की के मुंह में जलती हुई लकड़ी डालने का मामला सामने आया है। इस मामलें में पुलिस ने कार्रवाई की है। पुलिस ने सूचना नहीं देने और साक्ष्य छुपाने के आरोप में जय गुरुदेव मानस आश्रम पतेरापाली के संचालक रमेश ठाकुर को बागबाहरा गिरफ्तार किया है।
पूरा मामला ये हैं कि जिले के बागबाहरा विकासखंड के जय गुरुदेव मानस आश्रम में भोग लगाने को लेकर विवाद हुआ और आश्रम के सेवादारों ने एक नाबालिग बच्ची के साथ मारपीट की थी। इतना ही नहीं उनके मुंह में जलती लकड़ी भी डाल दी। जिससे नाबालिग गंभीर रुप से घायल हो गई। जिसका इलाज आरंग के एक निजी अस्पताल में चल रहा है। बच्ची की हालत गंभीर बताई जा रही है।
वहीं इस मामले की शिकायत पीड़िता के भाई ने बागबाहरा थाने में की थी। पुलिस ने तीन आरोपी नरेश पटेल, भोजराम साहू, राकेश दीवान के खिलाफ मामला दर्ज कर तीनों आरोपियों के साथ संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। पीड़िता के भाई मनीष सिन्हा ने पुलिस को बताया कि, उसकी छोटी बहन दो तीन दिनों से जय गुरुदेव मानस आश्रम पतेरापाली आई हुई थी, जहां भोग लगाने के नाम पर सेवादारों ने मेरी बहन के साथ मारपीट, गाली-गलौज की और जान से मारने की नियत से जलती लकड़ी उसके मुंह में डाल दिया।
पीड़िता के भाई ने बताया, बहन के मुंह, जीभ, तालु, गला, पैर, जांघ, पीठ और दोनों भुजा जल गया है। इस मामले को लेकर छत्तीसगढ़ डडसेना कलार सिन्हा समाज महासमुंद के जिला संयोजक ने आरोपियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग लेकर पुलिस को ज्ञापन सौंपा था। इस मामले में पुलिस का कहना है कि, विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपियों को गिरफ्तार कर जांच की जा रही है। घटना की सूचना के बाद पुलिस टीम लड़की का बयान लेने के लिए अस्पताल पहुंची। डॉक्टरों ने पीड़िता की हालत गंभीर बताई है. डाॅक्टरों का कहना है कि, समय पर इलाज मिलने के कारण लड़की की जान बच गई, अगर थोड़ी भी देर होती, तो उसकी मौत हो सकती थी। अभी भी लड़की की हालत गंभीर बनी हुई है।