महासमुंद. ‘जाको राखे साईया मार सके न कोय’ यह कहावत ही नही इसका प्रमाण भी सामने आया है। मन्दिर हसौद रेलवे स्टेशन में माल गाडी में चावल लोड हो रहा था। लोड होने के बाद माल गाडी को काकेनाडा जाना था। रेक में चावल भरते समय केशव बाधे उसी माल गाडी के डिब्बे में रह गया। रेलवे विभाग के कर्मचारी मालगाड़ी लोड होने को बाद डब्बे को सिल कर काकेनाडा के लिये रवाना कर दिया। सुबह सात बजे BEV का काकेनाडा माल गाडी रेक नम्बर CR 30019260584 में बन्द केशव बाधे था। माल गाड़ी बागबाहरा स्टेशन में रुका था माल गाडी के डब्बे में बंद केशव बाधे जोर-जोर से चिल्ला रहा था जिसका आवाज स्टेशन बागबाहरा में सुबह टहलने वाले ग्रामीण सुने तो पास गये तो उन्हें लगा अन्दर कोई है। फिर गार्ड और ड्राईवर को सूचना दी फिर सिल खोल कर उसे निकाला गया। यहा रेलवे विभाग कि घोर लापरवाही सामने आई है। जो व्यक्ति अन्दर बंद था वह भी रेलवे ठेकेदार का कर्मचारी है। 8 घण्टे बन्द रहने के बाद उसे सकुशल बाहर निकाला गया।
माल गाड़ी से बाहर निकलने के बाद केशव बांधे ने बताया कि वो मालगाड़ी में सो रहा था उसने अपने साथी को बताया था कि वो उसे उठा दे लेकिन उनके साथियों ने उसे नही उठाया, मुझे ठीक नही लग रहा था बाद में एक महिला दिखी तो उसे आवाज लगाकर बुलाया तब खुला।
वहां मौजूद ग्रामीण शंकर तांडी ने बताया कि मालगाड़ी के डिब्बे से आवाज आई तो देखने गए उसके बाद पायलट को बुलाकर मालगाड़ी के डिब्बे को खुलवाया गया।