रायपुर. छत्तीसगढ़ टिड्डी दल से खतरा के समीप नजर आ रहा है. राज्य के सीमावर्ती इलाके अमरावती में यह टिड्डी दल पहुंच चुका है. जिस कारण कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने कलेक्टरों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही टिड्डी दल से सावधानी एवं बचाव के लिए कृषि विश्वविद्यालय ने गाइड लाइन जारी किया है.
सावधानी बरतने हेतु कवर्धा, राजनांदगांव, कांकेर बालोद जिला प्रशासन को खासतौर पर अलर्ट रहे के निर्देश दिए हैं. राज्य के सीमा से टिड्डी दल सिर्फ 300 किलोमीटर की दूरी पर है.हवा की दिशा के अनुसार दिनभर के 200 किलोमीटर तय कर लेता है यह टिड्डी दल.
बता दें कि पाकिस्तान की सीमा में तामपान बढ़ने से टिड्डियां राजस्थान से मध्यप्रदेश के नीमच, पन्ना, छतरपुर, सतना और महाराष्ट्र के अमरावती जिले में प्रवेश कर चुकी हैं. इन जगहों पर टिड्डियों के दल ने फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. अब ये दल छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने वाला है. इसे देखते हुए कई जगहों में डीजे तक की बुकिंग की गई है.
टिड्डी दलों द्वारा फसलों को भारी मात्रा में नुकसान पहुंचाया जाता है एक दल में करीब डेढ़ से दो करोड़ टिड्डे मौजूद होते हैं. ये टिड्डी दल दिन के उजाले में सुबह से शाम के 5:00 बजे तक सफर करते हैं. इन्हें भगाने के लिए कीटनाशक सहित कई अन्य उपायों का उपयोग किया जाता है इसके संबंध में प्रशासन द्वारा गाइडलाइन भी जारी किया गया है.