नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ आपत्तिजनक whatsapp पोस्ट : NSUI ने जताया विरोध

  • WHATSAPP मैसेंजर में आपत्तिजनक फोटो पोस्ट से बिफरे एनएसयूआई कार्यकर्ता 
  • मरवाही विधायक के साथ एक फोटो मे नेता प्रतिपक्ष की आपत्तिजनक फोटो से मचा बवाल 
  • दोनो क्रिकेट के मैदान में … बैटिंग और  फिल्डिग करते आ रहे है नजर 
  • नामजद्द आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग

अम्बिकापुर

अम्बिकापुर विधायक और छत्तीसगढ विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव के खिलाफ सोशल मीडिया में किए गए पोस्ट का एनएसयूआई कार्यकर्ताओ नें संयोजक विष्णुदेव सिंह और यूथ कांग्रेस नेता शैलेन्द्र प्रताप सिंह की अगुवाई मे जमकर विरोध किया है। जिसके विरोध में कार्यकर्ताओ ने अम्बिकापुर के कोतवाली थाना में एक शिकायत दी है,, शिकायत में आपत्तिजनक फोटो पोस्ट करने वाले आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने और उसकी गिरफ्तारी की मांग है ।

आपत्तिजनक पोस्ट 

मीडिया में वायरल किंग की भूमिका निभाने वाले वाट्सएप मैसेंजर में नेता प्रतिपक्ष की फोटो के साथ मरवाही विधायक अमित जोगी की फोटो को एड किया गया है.. जिसमे अमित जोगी क्रिकेट के बल्लेबाज की भूमिका मे साट लगाते नजर आ रहे है… तो उसी फोटो के एक हिस्से में नेता प्रतिपक्ष टी.एस.सिंहदेव फिल्डिंग करते हुए आपत्तिजनक स्थिती में मैदान मे गिरे पडे है….इतना ही नही पोस्ट में जो टेक्सट है उसमे लिखा है विधानसभा के अंदर भी छक्के लगते है….6c3bd813-6495-4706-9ae9-6566a3d718e5

 

इधर सोशल मीडिया में वायरल इस फोटो पोस्ट के खिलाफ अम्बिकापुर के एनएसयूआई कार्यकर्ताओ नें कोतवाली थाना पंहुच कर मामले की शिकायत की है… और वायरल पोस्ट करने वाले युवक के खिलाफ नामजद्द रिपोर्ट दर्ज करने की मांग की है। शिकातकर्ताओ के मुताबिक आपत्तिजनक फोटो वायरल करने वाला आरोपी हैदराबाद का रहने वाला है जिसका नाम नितीन बताया जा रहा है ।

नेता प्रतिपक्ष के खिलाफ इस आपत्तिजनक पोस्ट की शिकायत पर कोतवाली थाना प्रभारी सुरेश भगत नें शिकायत पर गंभीरता जताई है और मामले की साईबर क्राईम के तहत जांच करा कर अपराध दर्ज करने की बात कही है।

इस मामले मे फिलहाल एनएसयूआई कार्यकर्ताओ की प्रतिक्रिया सामने आई है… मामले को लेकर फिलहाल कांग्रेस की ओर से कोई प्रतिक्रिया नही आई है… इधर वाट्सएप में वायरल पोस्ट के मायने निकाला जाए तो वास्तव मे छत्तीसगढ में जोगी बनाम कांग्रेस की लडाई की खीस साफ दिखाई देती है। बहरहाल जब व्यवहारिक और वास्तवित रुप में दोनो गुट की लडाई का आगाज पहले ही सार्वजनिक हो चुका हो …. तो फिर ऐसे में ये पोस्ट छत्तीसगढ की राजनिती में कुछ देर के लिए ही सही राजनैतिक भूचाल ला सकता है।