[highlight color=”red”]प्रतापपुर से “राजेश गर्ग”[/highlight]
दो दिन की लगातार बारिश के कहर से प्रतापपुर तहसील में कई पुल पुलिया बह गए है कई परिवार बेघर होने के कगार पर है, पुलिस एवं जिला प्रशासन द्वारा प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थान पर पहुचाने एवं राहत का हर संभव प्रयास किया किया जा रहा है, बारिश के कयामती तेवर ने प्रतापपुर खडगंवा मार्ग में महान नदी पर बने पुल को भी बहा दिया है, वही प्रतापपुर भैसामुंडा मार्ग में घरहरी मार्ग का अप्रोच भी बह गया है। प्रतापपुर रनहत मार्ग मे सिलौटा के आगे पुलिस का अप्रोच बह जाने से रनहत मार्ग भी बंद हो गया है।
[highlight color=”blue”]6 परिवार हुए बेघर[/highlight]
प्रतापपुर नगर पंचायत सीमा मे बांक नदी के पूरे उफान पर भी पुल पर लगभग एक मीटर उपर पानी भर गया था। नदी मे आई इस अप्रत्याशित बाढ से 6 माकान पूरी तरह से ध्वस्त हो गए है। प्रभावितो मे वार्ड क्रमांक 13 के राजेन्द्र पिता तुलसी प्रजापति , विमल पिता बनारसी प्रजापति , रामचंद्र पिता बनारसी प्रजापति , विरेन्द्र पिता ब्रह्मदेव प्रजापति , एंव सखिचंद पैकरा पार्षद वार्ड क्रमांक 13 का माकान भी पूरी तरह से ध्वस्त हो गया है।
दो दिनों से अनवरत हो रही बारिश के कुछ थमनें के बाद कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंच प्रभावितों के नुकसान का आकलन कर प्रतिवेदन बनाया जा रहा है। वहीं गांव में पहुंचे नगर पंचायत के विधायक प्रतिनिधि अम्बिका जायसवाल नें प्रभावित परिवार को पचास-पचास किलो चावल उपलब्ध करानें के व्यवस्था के साथ ही प्रभावित परिवार वालों को नगर के नया बस स्टैंण्ड स्थित खाली भवन में रहनें की भी व्यवस्था की है ।
[highlight color=”blue”]सूचना पर तत्काल पंहुची पुलिस और नवयुवको की टीम[/highlight]
रात भर बारिश के बाद दिन मे लगभग 11 बजे बांक नदी का जल स्तर तेजीके बढने लगा देखते ही देखते ही घरो मे लगभग आठ दस फिट पानी भर गया। घरो मे रहने वाले परिवार ने बडे मुश्किल से मवेशियो को खोलकर सुरक्षिक स्थान मे भेजकर उनकी और अपनी जान बचाई। मोबाईल से सूचना पर प्रतापपुर से निकली राहत टीम नगर के बाहर नाले तक पंहुच कर रुक गई। नगर पंचायत के कर्मचारी पुलिस एंव नगर के उत्साही युवा प्रभावित परिवार तक दो किलोमीटर घूम कर पंहुचे और उन्हे सुरक्षित निकालकर उनके रहने और भोजन की व्यस्था की। बचाव कार्य मे नगर पंचायत के जवाहर सिंह , नगर के युवा पत्रकार नवीन जायसवाल , प्रतापपुर थाने से ओम प्रकाश कुर्रे, विशाल मिश्रा, जयप्रकाश पन्ना, वरुण तिवारी , सुनील विश्वकर्मा, हरिशंकर तिवारी, जगत पैकरा ने लोगो को बचाने मे सराहनीय योगदान दिया।
[highlight color=”blue”]मदद के लिए आधी रात गांव पंहुचे जनपद सीईओ[/highlight]
बाढ के कहर से लगातार मिल रही नुकसान की खबरो के बीच जनपद सीईओ वेदप्रकाश पाण्डेय रात मे ग्राम धोंधा पंहुच कर ग्रामीणो के साथ प्रभावित परिवार के राहत एंव बचाव कार्य का जायजा लिया। गौरतलब है कि जनपद सीईओ पिछले एक सप्ताह से अस्वस्थ होने के बावजूद राहत और बचाव कार्य का जायजा लेने पंहुचे थे। इधर जनपद सीईओ श्री पाण्डेय ने बताया कि ग्राम मायापुर मे भी 3 माकान टूटे है। प्रभावितो के रुकने और भोजन की व्यवस्था पंचायत भवन मे करा दी गई थी। जिसके बाद वो अपने रिश्तेदारो के घर चले गए है।
[highlight color=”blue”]पुलिस महानिरीक्षक पंहुचे ग्राम धोंधा[/highlight]
दो दिनो की बारिश से उत्पन्न समस्याओ का जायजा लेने सरगुजा पुलिस रेंज पुलिस महानिरीक्षण हिमांशु ग्राम धोंधा पंहुचे । उन्होने गांव मे राहत औऱ बचाव के लिए पुलिस टीम को बेहतर कार्य करने के निर्देश दिए। लेकिन लगातार हो रही तेज बारिश के कारण रात मे आईजी मुख्यालय अम्बिकापुर तक नही पंहुच सके। लिहाजा उन्हे अम्बिकापुर बनारस रोड मे स्थित चंदौरा थाना मे सारी रात गुजरानी पडी।
[highlight color=”blue”]सूरजपुर कलेक्टर व आई जी सरगुजा भी फसे बारिश में[/highlight]
मुसलाधार बारिश से हो रहे नुकसान की मिल रही जानकारी के बाद रात को ही सूरजपुर कलेक्टर और आई जी सरगुजा प्रतापपुर के लिए रवाना हुए थे, जहां भैसामुण्डा के महान पुल का मुआयना कर प्रतापपुर से जगन्नाथपुर तक गये। लेकिन गोहगढ में बाढ की स्थित होनें के कारण वो आगे नहीं जा पाए और वापस आकर प्रतापपुर स्थित वन विभाग के रेस्ट हाउस में रूकना पडा।
[highlight color=”blue”]सारासोर का शिव मंदिर डूबा[/highlight]
महान नदी के तट सारासोर मे बने शिव मंदिर मे बाढ का पानी भर गया। तेज बहाव के साथ पानी शिवमंदिर का पूरी तरह डूबा दिया था। जनपद के ग्रामीण क्षेत्र की कई सडको और पुलिया के क्षतिग्रस्त हो चुकी है। ग्राम पहिया के सरपंच रुद्द सिंह ने बताया कि बरोल पहिया मार्ग मे बने पाईप पुलिस के बह जाने से मार्ग पर आवागमन बंद हो गया है।
[highlight color=”blue”]प्रतापपुर-अम्बिकापुर पहुंच मार्ग बन्द[/highlight]
मुसलाधार बारिश की वजह से प्रतापपुर अम्बिकापुर के मार्ग में स्थित गोहगढ नाला के पुल के उपर करीब 10 फीट पानी के बहनें से पुल के क्षतिग्रस्त हो जानें के कारण प्रतापपुर खडगंवा मार्ग अवरूद्व हो गया है वहीं प्रतापपुर सरहटी के बीच सरहटी के पुल का एप्रोच बह जाने के कारण आवागमन बाधित हो गया हैै। इसी मार्ग पर भैसामुंण्डा में महान नदी पर बने पुल के उपर पानी का बहाव तेज होनें के कारण पुल के क्षतिग्रस्त होनें की खबरें भी आ रहीं है। साथ ही प्रतापपुर रनहत मार्ग में सिलौटा रनहत के बीच पुलिया का एप्रोच टुट जाने से और सिलौटा नवाडीह मार्ग पर बनें पुल का एप्रोच टुट जानें से आवागमन बाधित हो गया है। इन सभी जगहों पर आवागमन बाधित होनें के बाद सभी वाहन चन्दौरा महुआ पारा चैक से होते हुए प्रतापपुर पहुंच रहें हैं।
[highlight color=”blue”]20 साल पिछड गया प्रतापपुर क्षेत्र[/highlight]
तुफानी बारिश के कहर ने प्रतापपुर ब्लाक मे मची तबाही ने प्रतापपुर ब्लाक को बीस साल पीछे पंहुचा दिया है। माहान नदी के पुल के लिए 35 वर्ष पूर्व से धर्मपुर ,केरता, खडगंवा क्षेत्र के हजारो ग्रामीणो व जनप्रतिनिधियो ने लंबी लडाई लडी थी। तब कही जाकर मध्यप्रदेश के तात्कालिक मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के कार्याकाल मे पुल का निर्माण हुआ था। अब पुन: इस क्षेत्र की जनता 20 साल पहले की स्थिती मे जा पंहुची है। इससे विपत्तिकाल मे अब प्रतापपुर विकासखण्ड वासियो को अम्बिकापुर तक पंहुचने के लिए 20 किलीमीटर की जगह 80 किलोमीटर का लंबा फासला तय करना पडेगा।