Koriya News: छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में पैरावट में आग लगने से 4 साल के बच्चे की जिंदा जलकर मौत हो गई है। वो खेलते-खेलते कब पैरावट के पास पहुंच गया। मां को पता ही नहीं चला। कुछ देर बाद उसकी मां को पैरावट के राख के साथ बच्चे की लाश मिली है। मां के मुताबिक बच्चे के हाथ में माचिस थी। मामला सोनहत थाना क्षेत्र का है।
आनन्दपुर निवासी सुखदेव पंडो अपने बेटे रहेम लाल पंडो के साथ सोमवार की दोपहर को जंगल में लकड़ी ने के लिए गया था। घर पर रहेम लाल की पत्नी और उसका चार साल का बेटा शिवा थे। बताया गया कि शाम 4 बजे के आस-पास बच्चे की मां घर की लिपाई पोताई में व्यस्त थी। इसी दौरान यह हादसा हो गया है।
बच्चे की मां ने ही दूसरे कमरे के पास से धुआं उठता देखा था। जिसके बाद उसने आस-पास के लोगों को तुरंत इस बात की सूचना दी थी। तब आस-पास के लोग मौके पर पहुंचे। बच्चे की मां भी वहां गई, फिर उसकी नजर राख के साथ बच्चे की लाश पर पड़ी। वहां रखा पैरावट पूरी तरह से जलकर राख हो गया था। लाश देखने के बाद महिला जोर-जोर से रोने लगी।
महिला बताया कि शिवा खेल रहा था। मैं काम कर रही थी। उसके हाथ में माचिस थी। वो दूसरे कमरे के पास रखे पैरे के पास कैसे पहुंच गया। मुझे नहीं पता। मुझे लगा कि वह दूसरी तरफ खेल रहा होगा। इसके बाद दूसरे परिजनों को भी घटना की सूचना दी गई। पैरा मवेशियों के खाने के लिए घर में रखा गया था।
सूचना मिलने पर परिजन भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने बताया कि बच्चे के हाथ में माचिस थी। संभावना है कि खेलते-खेलते उसने आग लगी दी और बच्चे की मां को दूसरे कमरे में होने के कारण पता नहीं चल पाया। पुलिस को भी पूरे घटनाक्रम की जानकारी दी गई थी। अब मंगलवार को शव को पोस्टमार्ट्ज किया गया है। जिसके बाद पूरी घटना की जानकारी सामने आई है।
परिजनों ने बताया कि रहेम लाल पंडो के घर मे 21 फरवरी को शादी का कार्यक्रम था। जिसके लिए परिवार के लोग इसकी तैयारी में लगे हुए थे। रहेम लाल पंडो की पत्नी भी जिस वक्त हादसा हुआ, उस समय इसी तैयारी को लेकर लिपाई के कार्य में व्यस्त थी। रहेम लाल पंडो की साली की शादी उसके ही घर से होने वाली थी। मगर अब मातम पसर गया है।