कोंडागांव. छत्तीसगढ़ कांग्रेस संगठन में बदलाव को लेकर एक बार अटकलें फिर तेज हो गई हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि आज छत्तीसगढ़ के तमाम नेता दिल्ली पहुंचे हुए हैं और संगठन में फेरबदल की बातें आलाकमान से होगी। वही प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम अपने विधानसभा में महावीर जयंती मना रहे हैं और इन सब बातों से अपने आप को अनजान बता रहे हैं। बता दे इस वक़्त मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ओर विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत दिल्ली दौरे पर है।
इन सब मुद्दों पर मीडिया से खास बातचीत में प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा है कि इस बात से अनजान हैं कि तमाम नेता दिल्ली क्यों पहुंचे हुए हैं। हालांकि, संगठन जैसी जवाबदारी देगा वैसे कार्य वे करेंगे। प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का यह भी कहना है कि आलाकमान ने उन्हें 4 साल मौका दिया संगठन में रहकर काम करने का आगे भी अगर मौका देंगे। तो वह निष्ठा पूर्वक काम करेंगे। हालांकि प्रदेश के तमाम बड़े नेता दिल्ली पहुंचने के पीछे क्या वजह है। इस बात से भी अनजान बन रहे हैं। बता दे कि, पीसीसी चीफ मोहन मरकाम का कार्यकाल पूरा हो चुका है। इनके जगह 2 नामों की चर्चा चल रही हैं। मंत्री अमरजीत भगत पीसीसी चीफ बनाये जाने की रेस में सबसे आगे है।
हालांकि, प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम का यह भी कहना है कि छत्तीसगढ़ प्रदेश प्रभारी शैलजा भी नहीं चाहती कि अभी छत्तीसगढ़ में संगठन में बदलाव किया जाए। वही कुछ मंत्रियों का भी नाम ले रहे हैं। जो नहीं चाहते हैं कि, संगठन में बदलाव हो।
कांग्रेस नेताओं के दिल्ली दौरे को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह का बयान- कांग्रेस में गुटबाजी चरम पर है। मोहन मरकाम को बदलने के लिए शक्ति प्रदर्शन का दौर चल रहा है। आने वाले 6 महीनों में चुनाव के पहले तक परिवर्तन की दृष्टि से कांग्रेस अपनी ताकत लगा रही है। आपस की गुटबाजी बढ़ती जा रही हैं।
कांग्रेस के नए पार्टी प्रदेश अध्यक्ष के सवाल पर मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि पार्टी जो तय करेगा वह होगा, छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल नेता है। हिंदुस्तान का पहला मुख्यमंत्री है। भूपेश बघेल। पिछले साल में नंबर वन था। इस साल भी नंबर वन है। छत्तीसगढ़ किसानों आदिवासियों का प्रदेश है। आने वाला चुनाव भूपेश बघेल के नेतृत्व में होगा और वो मुख्यमंत्री फिर बनेगा।