कवर्धा मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने आज राज्य के ऐतिहासिक ग्राम पचराही (विकासखंड-बोड़ला, जिला-कबीरधाम) में लगभग 24.48 एकड़ में बनने वाली शासकीय गौशाला का भूमिपूजन और शिलान्यास किया.. छत्तीसगढ़ राज्य गौसेवा आयोग द्वारा इस गौशाला परिसर के निर्माण के लिए जिला प्रशासन को दो करोड़ 14 लाख रूपए दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर विशाल आम सभा में कहा कि जनता के समर्थन से ही योजनाएं सफल होती है इसलिए इस गौशाला से जुड़ कर हर व्यक्ति को इसके विकास में सहयोग करना चाहिए। राज्य सरकार को प्रदेशवासियों का सहयोग और आशीर्वाद लगातार मिल रहा है। डॉ. सिंह ने पचराही के गौरवशाली इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि प्राचीन भारतीय संस्कृति के इतिहास में यह स्थान ऋृषि-मुनियों की तपो भूमि के रूप में चिन्हांंिकत है। पचराही को उसके गौरवशाली इतिहास के अनुरूप एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। गौशाला का विकास भी पचराही की गरिमा के अनुरूप होगा। उन्होंने कहा कि इस गौशाला परिसर में गौपालन के साथ-साथ दूध उत्पादन, पंचगव्य उत्पादन, जैविक खाद उत्पादन, गौमूत्र से औषधि उत्पादन और पशुओं के लिए चारा उत्पादन के भी कार्य होंगे। उम्रदराज गौवंश के रख-रखाव के लिए भी परिसर में समुचित व्यवस्था रहेगी। गौ वंश के संरक्षण और संवर्धन के साथ साथ इसे गौवंशीय पशुओं के लिए एक अभ्यारण्य के रूप में भी विकसित किया जाएगा। परिसर में एक प्रशिक्षण केन्द्र भी होगा। वहां पशु चिकित्सक भी तैनात रहेंगे।
डॉ. रमन सिंह ने पचराही की विशाल आम सभा में प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत लगभग ढाई हजार गरीब परिवारों की महिलाओं को रसोई गैस कनेक्शन दिए। उन्होंने कबीरधाम जिले में हो गन्ने की खेती और वहां संचालित सहकारिता की क्षेत्र के दो शक्कर कारखानों को ध्यान में रखते हुए गन्ना उत्पादक किसानों को सिंचाई के लिए स्ंिप्रकलर और ड्रिप योजनाओं का लाभ दिलाने का भी आश्वासन दिया।
विशाल आम सभा में डॉ. रमन सिंह ने मुख्यमंत्री पेंशन योजना के तहत लगभग दो हजार हितग्राहियों को 350 रूपए की दर से मासिक पेंशन स्वीकृति पत्रों का भी वितरण किया। उल्लेखनीय है कि इस योजना के तहत चार लाख 89 हजार ऐसे हितग्राहियों को मासिक पेंशन मिलेगी जो वर्तमान में वृृद्धावस्था पेंशन योजना और विधवा और परित्यक्त महिलाओं की पेंशन योजना के लाभ से वंछित है। मुख्यमंत्री ने चार दिन पहले विधानसभा में राज्य सरकार के प्रथम अनुपूरक बजट में इस पेंशन योजना के लिए 200 करोड़ रूपए का प्रावधान करने की घोषणा की थी। डॉ. सिंह ने आम सभा में क्षेत्र के 594 परिवारों को वन अधिकार मान्यता पत्रों का भी वितरण किया। उन्होंने गौशाला के भूमिपूजन और शिलान्यास के अलावा आज पचराही में पशुधन विकास विभाग के विभिन्न भवनों का भी लोकार्पण किया जिनमें 30 लाख रूपए की लागत से रेंगाखार में निर्मित पशु चिकित्सालय भवन, 19 लाख रूपए की लागत से जिला मुख्यालय कवर्धा में निर्मित जिला पशुरोग अनुसंधान प्रयोगशाला, 16 लाख रूपए की लागत से निर्मित पशु पॉलीक्लिनिक, महाराजपुर में 13 लाख 20 हजार रूपए की लागत से निर्मित पशु औषधालय भी शामिल हैं। डॉ. रमन सिंह ने आम सभा में पचराही के ऐतिहासिक महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि प्राचीन भारतीय इतिहास में पचराही के महत्व को ध्यान में रखते हुए इसे पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित किया जाएगा।