रायपुर सूबे की राजनीती में तीसरे दल के गठन के बाद से इस प्रदेश में भी एक मजबूत विपक्ष दिखने लगा है.. हालाकी फिलहाल छत्तीसगढ़ विधान सभा में विपक्ष में कांग्रेस है लेकिन जनता कांग्रेस जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के रूप में बने नए संगठन ने सरकार की मुश्किलें बढाने का काम बखूबी किया है.. प्रदेश सरकार की असफलताओं के खिलाफ असल विपक्ष का काम इस दल ने किया है.. पार्टी के सुप्रीमो अजीत जोगी जो हमेशा अपने बयानों से शुर्खियो में बने रहते है तो भला उनके संगठन के अन्य नेता कैसे पीछे रह सकते है..लिहाजा पार्टी के कुछ नेताओं ने आज सामूहिक तौर पर बयान जारी किया है..
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) ने आज एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह पर जमकर निशाना साधा और कहा कि मुख्यमंत्री गैर आदिवासी हैं और छत्तीसगढ़ के आदिवासियों के सबसे बड़े दुश्मन हैं। इसी गैर आदिवासी मुख्यमंत्री के संरक्षण में पुलिस वालों ने बस्तर में आदिवासियों के घर जलाये, आदिवासी बालिकाओं के साथ दुराचार होता है, निर्दोष आदिवासियों को नक्सली बताकर मारा जाता है..
बयान में यह भी कहा गया है की यही वो गैर आदिवासी मुख्यमंत्री हैं, जो पोलावरम में आदिवासियों को बेघर कर रहे हैं और सरगुजा में आदिवासियों के वनाधिकार छीन रहे हैं। छत्तीसगढ़ के रक्षक और एक सच्चे आदिवासी होने के नाते, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) के अध्यक्ष माननीय जोगी जी, रमन सिंह के मंसूबों को कामयाब नहीं होने दे रहे हैं। पोलावरम हो या कन्हेर, बस्तर से लेकर सरगुजा तक जोरदार आंदोलन किया जा रहा है,
यही कारण है कि दिल्ली और नागपुर के निर्देश पर जोगी जी को निशाना बनाया जा रहा है। जाति के झूठे मामले में फंसाकर, छत्तीसगढ़ के आदिवासी नेतृत्व को ख़त्म करने कि गहरी साजिश है . मुख्यमंत्री और उनकी पार्टी के इरादों को छत्तीसगढ़ के आदिवासी कामयाब नहीं होने देंगे। जोगी जी का शरीर आदिवासी शरीर है, उसे भेदना इतना आसान नहीं है , जब स्वयं यमराज कुछ नहीं कर पाए तो रमनराज क्या करेगा