Breaking : लोकसभा चुनाव को देखते अमित शाह का जांजगीर दौरे के कई मायने… 22 को हाई स्कूल मैदान में होगा विशाल आमसभा.. लोकसभा प्रत्याशी का हो सकता घोषणा

@संजय यादव

जांजगीर चांपा। जिला मुख्यालय के हाई स्कूल मैदान में 22 फरवरी को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आ रहे हैं. जहां विशाल आमसभा के जरिए कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे. लोकसभा चुनाव के चलते अमित शाह का दौरा बहुत ही महत्वपूर्ण माना जा रहा हैं. हो सकता है इस कार्यक्रम के बाद लोकसभा प्रत्याशियो की नाम की घोषणा हों जाय।

लोकसभा चुनाव के लिए अमित शाह कार्यकर्ताओं को गुरु मंत्र देंगे जिसके चलते आगे लोकसभा की तैयारी में कार्यकर्ता पूरे जोश के साथ अपनी ऊर्जा लगाएंगे. अमित शाह कार्यकर्ताओं को चुनाव जीतने के टिप्स भी देंगे. गृह मंत्री की सुरक्षा की बात करें तो शहर के बॉर्डर एवं होटल ढाबा में सुरक्षा की दृष्टि से निगरानी बढ़ा दी गई है, वही पेट्रोलिंग कर हर उस संदिग्ध पर नजर रखी जा रही है।

छत्तीसगढ़ प्रदेश में जांजगीर-चांपा जिला एकमात्र अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित सीट है. इस लिहाज से छत्तीसगढ़ में यह सीट एस सी बाहुल क्षेत्र है.जिसके चलते एस सी वोटरों को भी साधने की कोशिश होगी. साथ ही कार्यकर्ताओं को रिचार्ज करने अमित शाह दम भरेंगे. जांजगीर चांपा लोकसभा में आठ विधानसभा क्षेत्र आते हैं. जिसमें सभी 8 विधानसभा में कांग्रेस के विधायक काबिज है.इस लोकसभा के सभी आठ विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी का एक भी विधायक नहीं है जिसके चलते पूरे छत्तीसगढ़ में यह लोकसभा बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी की केंद्रीय नेतृत्व की नजर इस लोकसभा पर है।

कार्यक्रम को लेकर भारतीय जनता पार्टी में बैठक का दौर जारी है.वहीं वरिष्ठ नेता जिले के दौरे कर रहे हैं. जनता पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी गई है कि अधिक से अधिक संख्या में कार्यकर्ताओं को लाकर कार्यक्रम को सफल बनाना हैं। पार्टी संगठन एवं कार्यकर्ता कार्यक्रम को सफल बनाने तैयारी में जुट गए हैं।

कई कांग्रेसियों की भाजपा प्रवेश की हो रही है सुगबुगुहाट…

खबर यह भी है कि अमित शाह के इस कार्यक्रम के बहाने जांजगीर चांपा जिले के कई वरिष्ठ कांग्रेसी एवं पूर्व विधायको की भाजपा में प्रवेश हो सकती है. ऐसा चर्चा शहर में है. विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के करारी हार के बाद कांग्रेसी कार्यकर्ताओं एवं कई वरिष्ठ कांग्रेसी नेताओं में उपेक्षा करने का आरोप है. जिसके चलते वे भाजपा प्रवेश करना चाह रहे हैं। हालांकि अभी नाम स्पष्ट नहीं हो पाया है लेकिन बड़ी संख्या में कांग्रेसी बीजेपी में आ सकते हैं।